जम्मू-कश्मीर: गृहमंत्री ने फोन पर हालात का लिया जायज़ा, 3 दिन बाद अमरनाथ यात्रा भी शुरू
मौसम में सुधार के चलते श्रद्धालुओं को बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों से अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ने की मंजूरी के बाद यह तीर्थयात्रा तीन दिन बाद रविवार को बहाल हो गई।
नई दिल्ली:
दो दिनों की लगातार बारिश के बाद जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में कई नदियां ख़तरे के निशान पर बह रही है। झेलम नदी में पानी का स्तर लगातार ख़तरे के निशान पर बना हुआ है।
रविवार सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के हालात की जानकारी लेने के लिए जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा से फोन पर बात की साथ ही बाढ़ से निबटने के लिए ज़रूरी सभी कार्यों के लिए मदद करने का भरोसा दिलाया है।
गौरतलब है कि शनिवार को नदियों में पानी के बढ़ते स्तर और बाढ़ की आशंकाओं के मद्देनजर राज्य में अलर्ट जारी किया गया था।
इससे पहले शनिवार को राज्यपाल ने बाढ़ की आशंकाओं को देखते हुए तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
अमरनाथ यात्रा 3 दिन बाद बहाल
वहीं दूसरी तरफ मौसम में सुधार के चलते श्रद्धालुओं को बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों से अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ने की मंजूरी के बाद यह तीर्थयात्रा तीन दिन बाद रविवार को बहाल हो गई। जम्मू एवं कश्मीर में लगातार बारिश के चलते यात्रा पर रोक दी गई थी।
जम्मू शहर के भगवती नगर यात्री निवास से कुल 6,877 श्रद्धालुओं का जत्था बालटाल और पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।
पुलिस ने कहा, 'बालटाल आधार शिविर के लिए 2,790 श्रद्धालुओं का पहला जत्था तड़के 3.10 बजे 99 वाहनों की निगरानी में रवाना हुआ।'
4,087 श्रद्धालुओं वाला दूसरा जत्था 130 वाहनों की निगरानी में पहलगाम के लिए तड़के 3.50 बजे रवाना हुआ।
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