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Russia Ukraine War: रूस ने यूक्रेन पर करने वाला था परमाणु हमला, पीएम मोदी का था अहम रोल

Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन से जंग खत्म करने के लिए परमाणु हमले की योजना बना रहा था लेकिन पीएम मोदी के अहम योगदान ने इस युद्ध को रोकने के लिए अमह भूमिका निभाई.

Updated on: 11 Mar 2024, 05:12 PM

नई दिल्ली:

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को तीन साल हो चुके हैं. इस जंग में अभी तक लाखों लोगों की जान जा चुकी है. दोनों तरफ से एक से एक घातक हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस जंग की वजह से लाखों लोगों को अपना परिवार और घर-बार छोड़ कर दूसरे देश या सुरक्षित जगह पर जाना पड़ा है. अब इस जंग से जुड़ी हुई एक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि रूस यूक्रेन पर परमाणु हमले का प्लान बना रहा था. लेकिन पीएम मोदी ने इसे रोकने के लिए अहम रोल अदा किया. सोचो अगर ये परमाणु हमला रूस यूक्रेन पर कर देता तो क्या होता. पूरी दुनिया को एक बार फिर जापान जैसे मंजर देखने को मिलता हजारों लोगों की जान एक ही झटके में चली जाती. 

रूस यूक्रेन पर परमाणु हमले की योजना बना रहा था लेकिन पीएम मोदी ने एक अहम भूमिका निभाकर इस हमले को होने से रोक लिया. ये कहना है एक अमेरिकी न्यूज चैनल को. न्यूज चैनल ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि ये बात साल 2022 कि जब रूस यूक्रेन को जंग में हराने के लिए परमाणु हमला करने का प्लान बना लिया था. लेकिन पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन पर ये हमला न करने की बात की जिसके बाद ये परमाणु अटैक रुक गया.

अमेरिका भी टेंशन में था

रिपोर्ट में कहा गया है कि परमाणु हमले की बात सुनकर अमेरिका भी टेंशन में आ गया था. बाइडन सरकार को इस बात की चिंता हो गई थी कि रूस यूक्रेन से जंग खत्म करने के लिए उस पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेगा. इसके बाद इस हमले को रोकने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन ने पीएम मोदी सहित कई अन्य नेताओं से बात की थी. इसका नतीजा हुआ कि ये जंग रूक गई जिसके बाद हजारों लोगों की जान बच गई. 

ये थी स्थिति

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2022 के अंत में जब रूसी सेना का कब्जा खेरसन में था. उस वक्त यूक्रेन की सेना इसे वापस पाने के लिए रूसी सेना की बढ़ने लगी थी जिसके बाद रूसी सेना खुद को चारों ओर से घिरता देख दोनों देशों के बीच टेंशन काफी बढ़ गई थी. अमेरिकी सरकार को इस बात का अंदेशा हो गया था कि रूस इस स्थिति से निपटने के लिए परमाणु हथियार का उपयोग कर सकता है. जिसके बाद अमेरिकी शासन एक्टिव हो गया. इस युद्ध को रोकने के लिए प्रेसिडेंट बाइडेन ने भारत सहित अन्य देशों से बातचीत कर इसे रूकवाने का निवेदन किया था. जिसके बाद पीएम मोदी की अपील पर रूस मान गया और ये परमाणु हमला रूक गया.