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शिवसेना का बीजेपी पर निशाना, कहा- 'मंदिर बनवाइए या मानिए कि यह भी एक जुमला था'

ठाकरे ने कहा, 'मैं मंदिर निर्माण में कथित देरी पर पीएम से सवाल पूछना चाहूंगा... हम प्रधानमंत्री के दुश्मन नहीं हैं लेकिन हमें लोगों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए।'

Updated on: 19 Oct 2018, 11:03 AM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव के नजदीक आते-आते एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा गरमाने लगा है। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित दशहरा रैली के दौरान अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में कथित देरी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। ठाकरे ने पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए कहा, 'आप ऐसे देशों में गए, जिसे हमने भूगोल की पाठ्यपुस्तकों में भी नहीं देखा होगा लेकिन आप अबतक अयोध्या क्यों नहीं गए?' उन्होंने ऐलान करते हुए कहा, 'मैं 25 नवंबर को अयोध्या जाऊंगा।'

ठाकरे ने राम मंदिर के निर्माण में हो रही देरी को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे, यह अप्रोच काम नहीं करेगा... मंदिर का निर्माण कीजिए या स्वीकार कर लीजिए कि यह भी एक जुमला था।' वहीं मोदी लहर को लेकर ठाकरे ने कहा, 'अब देश में 2014 की तरह लहर नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'मैं मंदिर निर्माण में कथित देरी पर पीएम से सवाल पूछना चाहूंगा... हम प्रधानमंत्री के दुश्मन नहीं हैं लेकिन हमें लोगों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए।'

उद्धव ने कहा कि जिन्हें लगता है कि हिंदुत्व मर गया है, वे जान लें कि हम अभी भी जिंदा हैं। उन्होंने कहा, 'हम उन लोगों को चेतावनी दे रहे हैं, जिन्हें लगता है कि हिंदुत्व मर गया है। हम अभी भी जिंदा हैं। हमें दुख है कि अभी तक राम मंदिर नहीं बनाया गया है। मैं 25 नवंबर को अयोध्या जा रहा हूं।'

शिवसेना चीफ ने आर्टिकल 370, बढ़ती कीमतों, पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख जैसे कई मसलों पर बीजेपी सरकार पर हमला बोला। ठाकरे ने महाराष्ट्र बीजेपी के एक नेता के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी भगवान विष्णु के 11वें अवतार हैं। ठाकरे ने कहा, 'अगर ऐसा है तो मोदी सरकार बढ़ती कीमतों पर अंकुश क्यों नहीं लगा पा रही है?'

राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार कानून लाए : भागवत

बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख(आरएसएस) मोहन भागवत ने गुरुवार को जल्द से जल्द उचित कानून लाकर मंदिर बनाने पर जोर दिया और इस प्रक्रिया में बाधा डालने को लेकर कुछ 'रुढ़िवादी तत्वों' की निंदा की।

उन्होंने कहा, "राम मंदिर रामजन्मभूमि पर जल्द से जल्द बनाया जाना चाहिए। अब इसमें देरी नहीं करनी चाहिए। इसपर निर्णय जल्द से जल्द लेना चाहिए। हमारा कहना है कि सरकार को कानून लाना चाहिए और राम मंदिर का निर्माण करवाना चाहिए। इस संबंध में संतों का जो भी निर्णय होगा, हम उसके साथ खड़े होंगे।"

उन्होंने कहा, "भगवान राम किसी समुदाय के नहीं है। वह हिंदुओं और मुस्लिमों के नहीं हैं। वह भारत के प्रतीक हैं। उनके मंदिर का निर्माण अवश्य ही होना चाहिए, चाहे किसी भी तरह हो। सरकार को कानून लाना चाहिए।"

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उन्होंने कहा, "मामला अदालत में है। इसमें लगातार देरी पर देरी होती जा रही है। इसमें और कितना देरी किया जाएगा? हिंदु समुदाय लंबे समय से मंदिर के निर्माण का इंतजार कर रहा है। लोग इसके बारे में तथ्य जानते हैं। लेकिन कुछ लोग इसपर राजनीति करते हैं। वे लोग प्रक्रिया में देरी करने का प्रयास कर रहे हैं। अगर वहां राजनीति नहीं की गई होती, तो मंदिर बहुत पहले बन गया होता। इसका निर्माण सबके साथ सहयोग व समन्वय स्थापित करके होगा।"