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महात्मा गांधी को समर्पित गीत 'साबरमती के संत' को अनिल विज ने बताया शहीदों का अपमान

हरियाणा के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज ने कहा है कि 'साबरमती के संत' गाना स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है।

Updated on: 19 Nov 2017, 05:59 PM

अंबाला:

हरियाणा के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज ने एक बार फर विवादित बयान दिया है। अपने बयान में विज ने कहा है कि 'साबरमती के संत' गाना स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है।

'दे दी हमे आजादी बिना खडग बिना ढाल, साबरमती के संत तुने कर दिया कमाल' देशभक्ती गीत है। यह गीत महात्मा गांधी को उनके अहिंसात्मक स्वतंत्रता आंदोलन के लिए समर्पित किया गया था।

भगत सिंह और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जैसे कई स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए विज ने कहा कि यह गीत उन लोगों का अपमान है जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपनी जिंदगी खपा दी।

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विज ने कहा, 'साबरमती के संत को कांग्रेसियों ने गाया था जो कि भगत सिंह और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजगुरु, सुखदेव, चन्द्र शेखर आजाद जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कई ऐसे भी लोग थे जो काला पानी की सजा काटते-काटते अंडमान निकोबार की जेल में ही मर गए। ऐसे में यह गीत सभी स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है।

जागृति फिल्म के इस गीत को साल 1954 में गाया गया था। आशा भोंसले ने इस गीत में अपनी आवाज दी है।

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