logo-image

कोलकाता रैली में किसी ने यह नहीं बताया कि देश कैसे चलाएंगे, आखिर क्‍या है उनका एजेंडा : रविशंकर प्रसाद

बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, रैली से एक बात स्‍पष्‍ट हो जाती है कि सभी का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाना है. इन सभी नेताओं का यही एकमात्र उद्देश्‍य है.

Updated on: 20 Jan 2019, 06:29 AM

नई दिल्ली:

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस द्वारा कोलकाता में आयोजित रैली को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, रैली से एक बात स्‍पष्‍ट हो जाती है कि सभी का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाना है. इन सभी नेताओं का यही एकमात्र उद्देश्‍य है. एक-दो नेता हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी का भी विरोध कर रहे थे. देश के लिए तथाकथित महागठबंधन का क्या एजेंडा है, देश के भविष्य को वे कैसे आगे बढ़ाना चाहते हैं, इसके बारे में एक नेता ने एक शब्द भी नहीं कहा.

यह भी पढ़ें : बंगाल कांग्रेस तय करेगी गठबंधन तृणमूल से करना है या वामदलों से, मल्‍लिकार्जुन खड़गे ने कही बड़ी बात

रविशंकर प्रसाद ने कहा, इस रैली में एक और रोचक बात दिखाई पड़ी कि तथाकथित महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि हमारे गठबंधन का नेता कौन होगा, यह देश की जनता तय करेगी. महागठबंधन के नेता पहले ये तो बताएं कि आपका नेता कौन है, तभी तो देश की जनता चुनाव में परखेगी. लेकिन वे जानते हैं कि इसका चुनाव उनके लिए बहुत कमजोर कड़ी है. कारण, ममता बनर्जी जी भी नेता बनना चाहती हैं, बहन मायावती जी भी बनना चाहती हैं, राहुल गांधी की तो वर्षों से नेता बनने की इच्छा है, क्षेत्रीय दल भी भारत जैसे महान देश का नेता बनने के ख्वाब देख रहे हैं. मैं एक बात साफ़ करना चाहता हूँ कि 2019 का भारत ‘90 के दशक का भारत नहीं है, जहां पर प्रधानमंत्री 40 दिन से 10 महीने के लिए हुआ करते थे.

कोलकाता में ममता का मेगा शो, कांग्रेस-बीएसपी समेत 13 पार्टियों के नेता मंच पर, देखें VIDEO

आज का भारत आशाओं से भरा हुआ भारत है. आज का भारत ये है जो दुनिया की बड़ी ताकत है. आज का भारत ये है जिसकी आर्थिक प्रगति दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक प्रगतियों में से एक है. आज का भारत ये है जिसका दुनिया में बड़ा मान है और जिसको बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्‍होंने कहा, हम महागठबंधन के नेताओं की परेशानी समझते हैं. जितने नेता आज कोलकाता में मंच पर बैठे हुए थे, उनमें कई पार्टियों के नेता के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं. उनकी परेशानी यही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईमानदारी से काम किया है. महागठबंधन का दूसरा उद्देश्य यही है भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं को बचाने का. क्या देश यही चाहता है? यह देश की जनता तय करेगी.

यह भी पढ़ें : मोदी सरकार की एक्सपायरी डेट खत्म, बंगाल में 'रथ यात्रा' के नाम पर दंगा-फसाद नहीं होने देंगे : ममता बनर्जी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की अगुवाई में ईमानदार भारत का निर्माण हो रहा है. ईमानदार भारत की गति रुकने वाली नहीं है चाहे उसके लिए जितने भी गठबंधन बने. 2019 का भारत एक ईमानदार भारत की ओर आगे बढ़ना चाहेगा. रविशंकर प्रसाद बोले- बार-बार बेरोजगारी की बात की जाती है. चाहे मुद्रा योजना हो, चाहे आईटी का क्षेत्र हो, चाहे कॉमन सर्विस सेंटर हो, चाहे सडकें बन रही है, बिजली आ रही है, चाहे वह उज्जवला योजना हो, मोदी जी की अगुआई में इतनी योजनाएं चली है जिसमें करोड़ों लोगों को काम के अवसर मिले हैं. मोबाइल बनाने की इकाइयां 2 से बढ़कर के 127 हो गई है जिसमें लाखों लोगों को नौकरी मिली है.

यह भी पढ़ें : ममता के मंच पर केजरीवाल ने पीएम मोदी को बताया हिटलर, कहा- इनकी सत्ता आई तो होंगे देश के टुकड़े- टुकड़े

उन्‍होंने कहा, महागठबंधन के पास कोई मुद्दा नहीं है. मैं एक बात अवश्य कहना चाहूंगा कि हम तथाकथित महागठबंधन के नेताओं की परेशानी, उनकी घबराहट हम समझते हैं. इनका घबराहट इस हद तक है कि जो लोग कांग्रेस को फूटी आंख नहीं सुहाते थे, वे आज कांग्रेस के साथ बैठे हुए हैं. इसका मतलब यही हुआ कि वे अकेले दम पर भाजपा, एनडीए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को नहीं हरा सकते. यह तो हमारी जीत है और उनकी हार है. इस महा अवसरवादी गठबंधन को देश की जनता अवश्य नकार देगी.

केंद्रीय मंत्री बोले- हिंदुस्तान एक मजबूत सरकार चाहता है मजबूर सरकार नहीं. हिन्दुस्तान एक ऐसी सरकार चाहता है जो भारत को दुनिया की बहुत बड़ी ताकत बनाए और विकास की गति को निरंतर आगे बढ़ाए. यह केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा-नीत एनडीए सरकार ही कर सकती है. 2019 के लोक सभा चुनाव में 2014 से भी भारी बहुमत के साथ मोदी सरकार का बनना तय है.