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भारत-पाकिस्तान राजनयिक विवाद सुलझाने पर सहमत, 1992 के आचार संहिता का करेंगे पालन

भारत और पाकिस्तान राजनयिकों को लेकर चल रहे टकराव को खत्म करने पर सहमत हो गए हैं। दोनों ही देश राजनयिकों से संबंधित 1992 की आचार संहिता का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई है।

Updated on: 30 Mar 2018, 10:45 PM

नई दिल्ली:

भारत और पाकिस्तान राजनयिकों को लेकर चल रहे टकराव को खत्म करने पर सहमत हो गए हैं। दोनों ही देश राजनयिकों से संबंधित 1992 की आचार संहिता का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई है।

पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के यहां नियुक्त उच्चायोग के अफसरों, स्टाफ और उनके परिजनों को परेशान करने और बुरे बर्ताव का एक-दूसरे पर आरोप लगाया था।

इस मसले को लेकर दोनों देशों के बीच बयानबाजी भी हुई थी। पाकिस्तान ने भारत में नियुक्त अपने उच्चायुक्त सोहैल महमूद को इस मसले पर चर्चा के लिए इस्लामाबाद बुलाया था। इसके अलावा पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त को तलब भी किया था।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान राजनयिकों के साथ व्यवहार को लेकर इस बात पर सहमत हुए हैं कि वो 1992 के आचार संहिता का पालन करेंगे। जिसे भारत और पाकिस्तान में कार्यरत राजनयिक और कांस्युलर कर्मचारियों के लिये बनाया था।'

हालांकि भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को वापस बुलाए जाने की घटना को समान्य करार दिया था और कहा था कि ऐसा सभी देश करते हैं।

भारत ने भी पाकिस्तान पर अपने राजनयिकों को इस्लामाबाद में परेशान करने का आरोप लगाया था। लेकिन भारत ने कहा था कि वो इस संबंध में पाकिस्तान सरकार से राजनयिक माध्यमों से बात कर रहा है।

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