logo-image

कोरोना वायरस से देश में फिलहाल कोई भी भारतीय संक्रमित नहीं

2654 लोगों में से केवल केरल के ही तीन व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रस्त पाए गए थे जो कि अब पूरी तरह स्वस्थ हैं.

Updated on: 21 Feb 2020, 11:45 AM

highlights

  • भारत फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह मुक्त है.
  • 2654 लोगों में से केवल तीन ही कोरोना वायरस से ग्रस्त पाए गए.
  • 647 संदिग्ध 2 सप्ताह से अधिक का समय कैंपों में बिता चुके हैं.

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की यात्रा से पहले भारत फिलहाल कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण से पूरी तरह मुक्त है. देश के अंदर मौजूद भारतीय नागरिकों में कोरोना वायरस का संक्रमण केरल के 3 छात्रों में पाया गया था, लेकिन अब ये तीनों ही छात्र पूरी तरह स्वस्थ है. इन तीनों को अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है. भारत में बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस की पहचान के लिए स्क्रीनिंग (Screening) चल रही है, पर फिलहाल कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग में कोई अन्य व्यक्ति इस रोग से ग्रसित नहीं पाया गया है. गौरतलब है कि चीन (China) में कोरोना वायरस के कारण दो हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

यह भी पढ़ेंः असदुद्दीन ओवैसी के मंच से 'पाकिस्‍तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाली लड़की को 14 दिन की जेल

2654 सैंपल लिए गए थे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि लाखों व्यक्तियों की थर्मल स्क्रीनिंग के उपरांत संदेह के आधार पर कुल 2654 लोगों के सैंपल आगे की जांच के लिए गए. इन 2654 लोगों में से केवल केरल के ही तीन व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रस्त पाए गए थे जो कि अब पूरी तरह स्वस्थ हैं. शेष 2651 लोगो की जांच में उन्हें कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित पाया गया है. यह जांच उच्च दक्षता वाली पुणे बेंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली व मुंबई स्थित लेबोरेट्री में करवाई गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'भारत ने समय रहते कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी थीं. इनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस से प्रभावित नहीं है.'

यह भी पढ़ेंः डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा को आगरा में गंभीर खतरा, दीदार-ए-ताजमहल के लिए खास इंतजाम

संदेहास्पद नागरिकों को अब घर भेजा गया
कोरोना वायरस के संदेह में आइटीबीपी के दिल्ली स्थित और भारतीय सेना के मानेसर कैंप में रखे गए सभी 647 भारतीय नागरिकों को भी घर भेजा जा चुका है. इन सभी भारतीय को चीन के वुहान शहर से भारत लाया गया. गौरतलब है कि वुहान ही चीन का वह शहर है जहां कोरोना वायरस का प्रकोप सबसे अधिक फैल चुका है. चीन का वुहान शहर करीब 1 महीने से पूरी तरह बंद पड़ा है. हालांकि आइटीबीपी के कैंप में ठहराए गए इन सभी भारतीयों में से कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रस्त नहीं पाया गया है.

यह भी पढ़ेंः अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा- भारत यात्रा पर जा रहा हूं, हो सकता है बेजोड़ व्यापार समझौता

कोई भी भारतीय संक्रमित नहीं
बाहरी दिल्ली स्थित आइटीबीपी के छावला कैंप में ये सभी 647 संदिग्ध 2 सप्ताह से अधिक का समय बिता चुके हैं. कैंप में रह रहे सभी व्यक्तियों को स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वस्थ होने का प्रमाण पत्र जारी किया है. इन कैंपों में चीन से आए इन सभी भारतीयों की नियमित जांच की गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा, 'जांच में पता चला है कि इनमें से कोई भी भारतीय कोरोना वायरस से ग्रसित नहीं है.'