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Neem Oil Benefits: पिंपल्स के साथ-साथ दाग-धब्बे भी होंगे गायब, चेहरे पर ऐसे लगाएं नीम का तेल

Neem Oil Benefits: नीम का तेल पिम्पल्स के इलाज में बहुत मददगार होता है, जो त्वचा के संक्रमण को रोकने और मुहासों को कम करने में सहायक होता है. इसके साथ-साथ, नीम के तेल का इस्तेमाल करने से त्वचा की साफ़ता बढ़ती है .

Updated on: 31 Mar 2024, 05:29 PM

नई दिल्ली:

Neem Oil Benefits: नीम का तेल पिम्पल्स के इलाज में एक प्रमुख उपाय है. इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण को रोकने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. नीम के तेल का नियमित इस्तेमाल करने से त्वचा की साफ़ता बढ़ती है, मुहासे कम होते हैं और त्वचा में नई पिम्पल्स की उत्पत्ति को रोका जा सकता है. यह त्वचा को ताजगी और चमक देता है और इसे स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. नीम के तेल का उपयोग करने के लिए, साबुन या कोई त्वचा उपचार पदार्थ उसमें मिलाया जा सकता है या सीधे पिम्पल पर लगाया जा सकता है. इसे रोजाना नाइट के समय लगाना फायदेमंद होता है, क्योंकि तब यह रात भर त्वचा में समा सकता है और उसके लाभ प्राप्त करने में मदद कर सकता है. नीम के तेल का उपयोग करने से पहले त्वचा की परीक्षण करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि कुछ लोगों की त्वचा पर यह तेल अधिक संवेदनशील हो सकता है. अतः अगर आपको किसी तरह की त्वचा संबंधी समस्या हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना सुरक्षित हो सकता है.

यहां बताया गया है कि पिंपल्स के लिए नीम का तेल कैसे इस्तेमाल करें:

1.नीम के तेल को सीधे पिंपल पर लगाएं: एक रुई के बॉल को नीम के तेल में भिगोकर पिंपल पर लगाएं. इसे 15-20 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर धो लें. 
2.नीम का फेस पैक बनाएं: नीम के तेल को मुल्तानी मिट्टी, बेसन या दही के साथ मिलाकर फेस पैक बनाएं. इसे अपने चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के लिए लगा रहने दें. 
3.नीम के तेल से बनी साबुन या क्रीम का इस्तेमाल करें: बाजार में नीम के तेल से बनी कई तरह की साबुन और क्रीम उपलब्ध हैं. आप इनका इस्तेमाल अपने चेहरे को धोने या मॉइस्चराइज करने के लिए कर सकते हैं.

नीम का तेल इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें:

नीम का तेल कुछ लोगों में एलर्जी पैदा कर सकता है इसलिए पहले इसे अपने हाथ के छोटे से हिस्से पर लगाकर देखें. अगर आपको कोई एलर्जी नहीं होती है, तो आप इसे अपने चेहरे पर इस्तेमाल कर सकते हैं. नीम का तेल बहुत ज्यादा इस्तेमाल न करें, इससे आपकी त्वचा रूखी भी हो सकती है. अगर आपको कोई गंभीर त्वचा समस्या है, तो नीम का तेल इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.

नीम के तेल के साथ-साथ आप पिंपल्स से लड़ने के लिए कई अन्य प्राकृतिक उपचार भी अपना सकते हैं:

1.टी ट्री ऑयल: टी ट्री ऑयल में भी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पिंपल्स को कम करने में मदद करते हैं. नीम के तेल की तरह, इसे सीधे पिंपल पर लगाया जा सकता है या फेस पैक में इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि, टी ट्री ऑयल भी संवेदनशील त्वचा में जलन पैदा कर सकता है, इसलिए पहले पैच टेस्ट जरूर करें.
2.हनी: हनी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक होता है जो त्वचा को हाइड्रेट करने और सूजन को कम करने में मदद करता है. आप शहद को सीधे पिंपल पर लगा सकते हैं या दही के साथ मिलाकर फेस पैक बना सकते हैं.
3.एलोवेरा जेल: एलोवेरा जेल में एंटी-बैक्टीरियल और घाव भरने वाले गुण होते हैं. यह पिंपल्स को कम करने और त्वचा को ठीक करने में मदद करता है. आप एलोवेरा जेल को सीधे पिंपल पर लगा सकते हैं या रात भर लगा रहने दें.
4.हल्दी: हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पिंपल्स को कम करने में मदद करते हैं. आप हल्दी पाउडर को दही या शहद के साथ मिलाकर फेस पैक बना सकते हैं. हालांकि, ध्यान रखें कि हल्दी त्वचा पर दाग लगा सकती है.
5.जीवनशैली में बदलाव: पिंपल्स के बाहरी उपचार के साथ-साथ अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना भी जरूरी है.  

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