Colon Cancer : कोलन कैंसर क्या है, जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज
बढ़ती उम्र के साथ, कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. अधिक लाल मांस, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, तैलीय और भारी भोजन, कम फल और सब्जियां, और अल्कोहल की अधिक सेवन के कारण कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
नई दिल्ली:
Colon Cancer : कोलन कैंसर एक गंभीर रोग है जो कोलन या विभक्ताक के किसी भी हिस्से में हो सकता है. यह एक प्रकार का कैंसर है जो आंत में उत्पन्न होता है और धीरे-धीरे आंत की दीवारों को आक्रमण करता है. कोलन कैंसर के लक्षण में पेट में दर्द, बार-बार उल्टी, खूनी और स्थूलाकार मल, वजन कमी, और पेट का फूलना शामिल हो सकते हैं. यह रोग जीवन की कुछ अन्य सामान्य समस्याओं से भी मिलता है, लेकिन इसका निदान और उपचार समय पर होना चाहिए. कोलन कैंसर का निदान विभिन्न टेस्ट जैसे कि कोलोनोस्कोपी और कैंसर स्क्रीनिंग द्वारा किया जा सकता है। इसके उपचार में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और टारगेटेड थेरेपी शामिल हो सकते हैं.
कोलन कैंसर के कारण
बढ़ती उम्र के साथ, कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. अधिक लाल मांस, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, तैलीय और भारी भोजन, कम फल और सब्जियां, और अल्कोहल की अधिक सेवन के कारण कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. सिगरेट या गुटखा का सेवन कोलन कैंसर के लिए एक मुख्य कारक हो सकता है. अप्राकृतिक जीवन शैली, अधिक बैठक और शारीरिक निष्क्रियता कोलन कैंसर के लिए खतरनाक हो सकते हैं. परिवार में किसी को कोलन कैंसर का इतिहास होना भी इसके जन्मने के कारणों में से एक हो सकता है. ब्राउन क्रोंड सिंड्रोम, इन्फ्लैमेटरी बोल डिजीज, और उच्च आंतिकी संक्रमण कोलन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं. कोलन कैंसर के कारणों में जेनेटिक और आणविक परिवर्तन भी शामिल हो सकते हैं, जिनका परिवार में विरासत में लेना भी इस रोग के लिए एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है.
कोलन कैंसर के लक्षण
पेट में दर्द या अस्वस्थता का अनुभव
पेट का फूलना या गैस का अधिक होना
पेट में असामान्य भारीपन का अनुभव
बार-बार उल्टी या कब्ज का होना
खूनी या स्थूलाकार मल या बालतोड़
अचानक वजन कमी
आंत में अयथ्यार का अनुभव
खून की कमी का होना
ताजा खून के मिश्रण में खून का आना
आलस्य या दुर्बलता का अनुभव
पेट में या पेट के निचले हिस्से में गांठ का उपस्थित होना
अगर आपको ये लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए. ध्यान दें कि ये लक्षण कई अन्य समस्याओं के भी हो सकते हैं, लेकिन यदि आपको इनमें से कुछ भी अनुभव हो रहा है, तो सही जांच और उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है.
कोलन कैंसर का इलाज
सर्जरी: कोलन कैंसर का इलाज में सर्जरी सबसे प्रमुख और प्रभावी तरीका होता है. यहाँ, कैंसर के आकार और स्थिति के आधार पर कोलन के एक हिस्से का या पूरे कोलन का सर्जिकल निकालन किया जाता है.
रेडियोथेरेपी: रेडियोथेरेपी में कैंसर को इस्तेमाल किए जाने वाले उच्च ऊर्जा के अल्फा, बीटा या गामा रेडिएशन के जरिए नष्ट किया जाता है.
कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी में अशुद्ध रक्त को हटाने के लिए शरीर में एक विशिष्ट दवा का उपयोग किया जाता है.
आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपचार: कुछ लोग आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सा का भी इस्तेमाल करते हैं, जो अलग-अलग प्रकार के औषधियों का उपयोग करके कैंसर को नष्ट करने का प्रयास करते हैं.
दैनिक जीवनशैली और आहार: आहार में फल, सब्जियां, अनाज, और प्रोटीन समृद्ध आहार का सेवन करना चाहिए, साथ ही अधिक पानी पीना और नियमित व्यायाम करना भी उपयुक्त होता है.
चिकित्सीय देखभाल और अनुषंगिक चिकित्सा: कई बार, कैंसर का इलाज में दवाओं का उपयोग किया जाता है जो कैंसर को नष्ट करने की क्रिया को संवारती हैं.
यह सभी इलाज विकल्प कैंसर के साथ जूझ रहे व्यक्ति के स्वास्थ्य पर निर्भर करते हैं, और चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार किया जाना चाहिए.
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