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उत्तराखंड: उत्तरकाशी के 40 गांवों में बिजली तक नहीं, लोगों ने चुनाव बहिष्कार की दी धमकी

उत्तरकाशी के मोरी-पुरोला इलाके में कम-से-कम 40 गांवों में लोग अंधेरे में रह रहे हैं क्योंकि इस इलाके में ग्रिड आधारित बिजली की कोई सुविधा नहीं हैं.

Updated on: 13 Mar 2019, 10:38 AM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के साथ हीन सभी राज्यों में चुनाव प्रचार का सिलसिला तेज हो गया है. नेताओं ने चुनाव को लेकर जनता के बीच पहुंचना शुरू कर दिया है. इस बीच उत्तराखंड में ऐसी भी जगह है जहां लोगों ने चुनाव के बहिष्कार करने की धमकी दी है. राज्य के उत्तरकाशी जिले के 68 से ज्यादा गांवों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है जिसके कारण लोगों ने ऐसे कदम उठाने का फैसला किया है. इन गांवों में नियमित बिजली सप्लाई और आधारभूत संरचना की कमी है.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, जिले के मोरी-पुरोला इलाके में कम-से-कम 40 गांवों में लोग अंधेरे में रह रहे हैं क्योंकि इस इलाके में ग्रिड आधारित बिजली की कोई सुविधा नहीं हैं. इसके अलावा स्थानीय दावा करते हैं कि इलाके में आधारभूत संरचनाओं, सड़कों और स्कूलों तक का अभाव है.

स्थानीय उपेन्द्र चौहान कहते हैं, 'हमारे यहां कोई सुविधा नहीं है. हम सरकार से काफी निराश हैं. इस जगह पर कोई मंत्री या विधायक नहीं आता है. अगर वो आते भी हैं तो वे गेस्टहाउस में रहते हैं. हम चुनाव बहिष्कार करने की योजना बना रहे है.'

एक और स्थानीय बताते हैं कि इलाके के ग्रामीणों को प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक की सुविधा नहीं है और उन्हें इलाज के लिए मजबूरन हिमाचल प्रदेश के गांवों में जाना पड़ता है.

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चुनाव आयोग ने 10 मार्च को घोषणा की थी कि आगामी लोकसभा चुनाव 7 चरणों में 11 अप्रैल से शुरू होगी. लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान 11 अप्रैल, 18, 23, 29 अप्रैल और छह, 12, 19 मई को होंगे और मतगणना 23 मई को की जाएगी. उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल को एकमात्र चरण में चुनाव होने हैं.

साल 2014 के आम चुनाव में सभी 5 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विजयी रही थी. 2009 के चुनाव में सभी सीटें कांग्रेस ने जीती थीं. वहीं इस बार भी सीधा मुकाबला इन्हीं दो दलों के बीच है.