उत्तर से लेकर दक्षिण तक वंशवाद की बढ़ती बेल, नेताओं के रिश्तेदार ठोक रहे ताल
पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. चरण में चाहे उत्तर प्रदेश हो या बिहार या फिर आंध्रप्रदेश, सभी जगह वंशवाद की बहार है.
नई दिल्ली:
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर सभी सात चरणों में वोट डाले जाएंगे. पहले चरण के लोकसभा चुनाव में राज्य की 8 में से 4 सीटों पर सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने परिवारवाद को प्राथमिकता दी है. वंशवाद और परिवारवाद का हमेशा विरोध करने वाली बीजेपी भी तीन सीटों पर पूर्व विधायकों के बेटों उतारा है. बता दें पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. चरण में चाहे उत्तर प्रदेश हो या बिहार या फिर आंध्रप्रदेश, सभी जगह वंशवाद की बहार है.
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मुजफ्फरनगर से रालोद प्रमुख अजीत सिंह चुनाव मैदान में हैं तो उनके बेटे जयंत चौधरी बागपत से ताल ठोक रहे हैं. बता दें अजीत सिंह के पिता चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री रहे हैं. इसके अलावा सहारनपुर से कांग्रेस के इमरान मसूद चुनाव लड़ रहे हैं. चाचा राशिद मसूद केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और वो अलग-अलग पार्टियों से सांसद रहे हैं. कैराना से समाजवादी पार्टी ने तबस्सुम हसन को टिकट दिया है. उनके ससुर अख्तर हसन और पति मुनव्वर हसन कैराना से ही सांसद रह चुके हैं.
बिहार : चारों सीटों पर परिवारवाद
पहले चरण में होने वाली चार सीटों पर चुनाव में यहां भी परिवारवाद हावी है. यहां जमुई से लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान दूसरी बार मैदान में हैं. वहीं गया से जदयू ने विजय कुमार मांझी को टिकट दिया है. उनकी मां भगवती देवी सांसद थीं. नवादा में बाहुबली नेता सूरजभान सिंह के भाई चंदन कुमार लोजपा के प्रत्याशी हैं. नवादा से राजद ने विभा देवी देवी पर दांव लगाया है, उनके पति राजवल्लभ यादव विधायक रहे हैं. बीजेपी की टिकट पर औरंगाबाद से ताल ठोंक रहे सुशील कुमार सिंह के पिता रामनरेश सिंह दो बार सांसद रहे हैं.
उत्तराखंड
जिन 5 सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होगी, उनमें से टिहरी गढ़वाल सीट पर कांग्रेस ने 8 बार के विधायक रहे गुलाब सिंह के बेटे प्रीतम सिंह और गढ़वाल सीट पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी को उतारा है.
आंध्रप्रदेश
आंध्रप्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होगी. बड़े चेहरों में तेदेपा ने अमलापुरम सीट से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष जीएमसी बालायोगी के बेटे गंती हरीश मधुर को टिकट दिया है. उनके सामने वाईएसआरसी ने पूर्व सांसद चिंता कृष्णमूर्ति की बेटी चिंता अनुराधा मैदान में हैं. जबकि, कड़प्पा सीट से वाईएसआरसी ने वाईएस जगन मोहन रेड्डी के चचेरे भाई वाईएस अविनाश रेड्डी को टिकट दिया है. उनके सामने तेदेपा से आदिनारायण रेड्डी हैं.
मेघालय
मेघालय की तुरा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री की बहन आमने-सामने हैं. यहां से एनपीपी उम्मीदवार अगाथा संगमा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की बहन और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा की बेटी हैं. उनके सामने पूर्व मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. मुकुल संगमा हैं.
ओडिशा
पहले चरण में ओडिशा की जिन 4 सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें से तीन सीटों पर बीजू जनता दल (बीजेडी) ने परिवारवाद को प्राथमिकता दी है. यहां की कालाहांडी सीट से बीजेडी ने पूर्व विधायक चंद्रभानू सिंह देव के बेटे पुष्पेंद्र सिंह देव, नबरंगपुर सीट से पूर्व विधायक जाधव माझी के बेटे रमेश चंद्र माझी और कोरापुट से मौजूदा सांसद झीना हिकाका की पत्नी कौशल्या हिकाका को टिकट दिया है. वहीं, बेहरामपुर सीट से भाजपा ने भी पूर्व विधायक हरीश चंद्र बक्सीपात्रा के बेटे भरुगु बक्सीपात्रा को टिकट दिया है.
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