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लोकसभा चुनाव

Lok Sabha Election 2024: BJP को 2024 के रण में इन शाही परिवारों से बड़ी उम्मीद, जानें कौन से हैं बड़े नाम  

2024 का लोकसभा चुनाव में कई शाही परिवार मैदान में हैं. इस वर्ष भारतीय जनता पार्टी ने सिर्फ फिल्मी सितारों को ही नहीं बल्कि शाही घरानों से संबंध रखने वाली शख्सियतों को टिकट दिया है. चुनावी मैदान में पूर्व महाराजा और पूर्व महारानी भी शामिल हैं.

Updated on: 30 Mar 2024, 06:07 PM

नई दिल्ली:

इस बार भाजपा ने लोकसभा 2024 के चुनाव में राजे-राजवाड़ों के परिवारों को अहमियत दी है. इस क्रम में लोकसभा चुनाव में 12 ऐसे राजघरानों के वंशज हैं, जिन्हें भाजपा से लोकसभा का टिकट मिला है या मिलने वाले हैं. इनमें से पांच ऐसे नाम हैं जो पहली बार चुनाव लड़ने वाले हैं. वहीं 7 राज परिवार से बनाए उम्मीदवार पहले से राजनीति में शामिल हैं. लोकसभा चुनाव में भाजपा की दूसरी सूची में कर्नाटक के मैसूर के राजा से लेकर त्रिपुरा राजघराने की महारानी के नाम इस बात की पुष्टि करते हैं कि किस तरह के राज घराने भाजपा पर भरोसा जता रहे हैं. 

वैसे देश की राजनीति में राजघरानों का हमेशा से दबदबा रहा है. मगर इन परिवारों का किस पार्टी के साथ खड़े होना ये दर्शाता है कि सत्ता में आने के बाद उन्हें किससे इज्जत और महत्व मिलने वाला है. कांग्रेस या दूसरे अन्य राजनीतिक दलों को पसंद करने वाले राजे रजवाड़े अब टिकट पाने के लिए भाजपा के लिए लाइन में खड़े हैं.

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सबसे पहला मैसूर राजघाराना 

सबसे पहले बात करते हैं मैसूर राजघराने की. 13 मार्च को जारी उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में मैसूर लोकसभा सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार का ऐलान किया है. यहां पर उसने चौंकाने वाला निर्णय लिया है, यहां से सीटिंग सांसद प्रताप सीम्हा का टिकट काटकर मैसूर शाही परिवार के वंशज यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार पर भरोसा जताया है. यदुवीर से पहले उनके दादा श्रीकांतदत्त नरसिम्हराजा वाडियार 1999 तक मैसूर से चार बार कांग्रेस सांसद रह चुके हैं. 2004 में लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद उन्होंने राजनीति को छोड़ दिया था. 

कीर्ति सिंह देव वर्मा को मैदान में उतारा

भाजपा की दूसरी लिस्ट में त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट से अपने सीटिंग सांसद रेवती त्रिपुरा का टिकट काट दिया है. उसने कीर्ति सिंह देव वर्मा को मैदान में उतारा है. आपको बात दें कि कीर्ति सिंह देव वर्मा त्रिपुरा के पूर्व माणिक्य शाही परिवार की राजकुमारी हैं. वह टिपरा मोथा पार्टी के नेता प्रद्योत देव वर्मा की रिश्ते में बड़ी बहन हैं. एनडीए गठबंधन में टिपरा मोथा पार्टी हाल में शामिल हुई हैं. अब वह त्रिपुरा राज्य सरकार का भाग है. ओडिशा में मालविका केशरी देव का नाम भी राजशाही परिवारों में आता है. ओडिशा से मालविका को मैदान में उतारा है. मालविका बीजेडी के पूर्व सांसद अरका केशरी देव की धर्मपत्नी हैं. वे कालाहांडी के शाही परिवार की मेंबर हैं. 

मेवाड़ से महिमा कुमारी विश्वराज सिंह

राजघरानों की लिस्ट में चौथे उम्मीदवार के रूप में राजसमंद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने महिमा कुमारी विश्वराज सिंह को मेवाड़ से मैदान में उतारा है. महिमा कुमार मेवाड़ के शाही परिवार के सदस्य विश्वराज सिंह की पत्नी हैं. विश्वराज सिंह हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए. उन्होंने  नाथद्वारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. अब पार्टी ने उनकी पत्नी को राजपूत बहुल राजसमंद सीट से टिकट दिया. बंगाल से राजशाही परिवार में राजमाता अमृता रॉय को रखा जाता है. भाजपा ने  पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से राजमाता अमृता रॉय को तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के विरुद्ध खड़ा किया है. 

राज्यसभा में भी कई राजघराने 

लोकसभा से ही नहीं भाजपा के टिकट पर राज्यसभा में भी कई राजघराने के लोग हैं. हालांकि इनकी कुल संख्या पांच थी, मगर इसमें 2 का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो गया है. इनमें से कुछ अपना बदलकर भाजपा में आ गए हैं. वर्तमान में भाजपा की राज्यसभा टीम में तीन महाराजा हैं. इस सूची में ग्वालियर के महाराजा, ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा मणिपुर के राजा लीशेम्बा सनाजाओबा के नाम हैं. यहां सिंधिया परिवार का भाजपा और जनसंघ से काफी जुड़ाव रहा है.