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Kerala Elections 2021: केरल में इन VVIP की किस्मत दांव पर

Kerala Elections 2021: लगभग सभी एग्जिट पोल में सीपीएम के नेतृत्व वाले गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाई पड़ रहा है. एग्जिट पोल में यूडीएफ को 50-60 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.

Updated on: 02 May 2021, 04:00 AM

highlights

  • बीजेपी ने मेट्रो मैन श्रीधरन (E Sreedharan) पालक्कड सीट से टिकट दिया गया था
  • कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी केरल की पुथुपल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं

तिरुवनंतपुरम:

Kerala Elections 2021: एग्जिट पोल (Exit Poll) में लेफ्ट के नेतृत्व वाले सत्तारुढ़ एलडीएफ की वापसी लग रही है. लगभग सभी एग्जिट पोल में सीपीएम के नेतृत्व वाले गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाई पड़ रहा है. एग्जिट पोल में यूडीएफ को 50-60 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी को एक या दो सीटें मिलने का अनुमान है. बता दें कि केरल में विधानसभा की 140 सीटों पर 6 अप्रैल को मतदान हुआ था. केरल विधानसभा चुनाव में करीब 74.06 फीसदी वोटिंग हुई थी. पिछले 40 सालों में केरल में कोई भी गठबंधन सरकार दोबारा सत्ता में वापसी नहीं कर सकी है. 

केरल विधानसभा चुनाव के चर्चित उम्मीदवार

  • श्रीधरन (E Sreedharan) भारत के मशहूर सिविल इंजीनियर हैं. श्रीधरन 1995 से 2012 तक दिल्ली मेट्रो के निदेशक रहे. भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्मश्री और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था. बीजेपी ने उन्हें पालक्कड सीट से टिकट दिया गया था. मेट्रोमैन (Metro Man E Sreedharan) के चुनावी अखाड़े में कूदने से इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया.  
  • पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) केरल के मुख्यमंत्री हैं.  पिनराई विजयन ने राजनीतिक करियर की शुरूआत स्टूडेंट यूनियन से की थी. छात्र राजनीति के जरिए सीपीआई की छात्र इकाई एसएसफआई में शामिल हो गये. यहां से केरल स्टूडेंट फेडरेशन के सचिव और अध्यक्ष पद से होते हुए वह केरल स्टेट यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष तक पहुंचे. साल 1964 में कम्यूनिस्ट पार्टी ज्वाइन की. विजयन 52 सालों से कम्यूनिस्ट पार्टी में सक्रिय हैं. मुख्यमंत्री सीपीएम के नेता और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन धर्मदम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
  • कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी केरल की पुथुपल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ओमान चांडी का इस चुनाव में बीजेपी के एन हरि और सीपीएम के जैक सी थॉमस से मुकाबला है. चांडी 1970 में सिर्फ 27 साल की उम्र में विधानसभा चुनाव जीतकर चर्चा में आए थे. राज्य में ओमान चांडी का कांग्रेस का सबसे शक्तिशाली नेता माना जाता है. 
  • मेघालय के पूर्व राज्यपाल के राजशेखरन को भारतीय जनता पार्टी ने नेमोम सीट से उम्मीदवार बनाया था. बता दें कि 2016 में नेमोम सीट से बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ओ राजगोपाल ने जीत हासिल की थी. हालांकि पार्टी ने इस चुनाव में के राजशेखरन को उम्मीदवार बनाया है. के राजशेखरन का मुकाबला इस सीट पर सीपीएम के शिवनकुट्टी से है.
     
  • मणी सी कप्पन केरल में पाला विधानसभा से विधायक हैं. बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता मणी सी कप्पन ने केरल कांग्रेस (एम) के नेता पुलिक्कुनेल को 2,943 मतों से हरा दिया था.पाला सीट पारंपरिक रूप से कांग्रेस नीत यूडीएफ का गढ़ रही है. पूर्व वित्त मंत्री एवं केरल कांग्रेस (एम) के नेता केएम मणि के अप्रैल में निधन के चलते यहां उपचुनाव की जरूरत पड़ी. मणि ने पांच दशक तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था.
  • कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला मौजूदा समय में केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और हरिपद सीट से विधायक हैं. रमेश चेन्निथला 1982, 1987, 2011 और 2016 में इस सीट पर जीत दर्ज कर चुके हैं. मौजूदा चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी के के. सोमन और सीपीआई के आर साजी लाल से है. 

पिछले चुनाव में एलडीएफ ने 91 सीट पर जीत दर्ज की थी
पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो एलडीएफ ने 91 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 47 सीटें मिली थीं. केरल में बहुमत के लिए 71 सीटों की जरूरत होती है. एलडीएफ गठबंधन को 91 सीटें मिली हैं, जिसमें शामिल माकपा को 58, भाकपा को 19, केसीबी को एक, सीएम (पी) को एक, आरएसपी एल को एक, जेडीएस को तीन, राकांपा को 2, कांग्रेस (एस) को एक और अन्य को पांच सीटें मिली थीं. केरल में एलडीएफ के मुख्य विपक्षी गठबंधन यूडीएफ को महज 47 सीटें ही मिलीं थीं जिसमें कांग्रेस को 22, आईयूएमएल को 18, केसी (जे) को एक और केसी (एम) को छह सीटें मिलीं थीं. केरल में पहली बार बीजेपी ने भी खाता खोला था. भारतीय जनता पार्टी को एक सीट और एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.