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खौलता तवा.. गर्म चाकू और जलती सिगरेट! 12 साल की मासूम ने बयान की टॉर्चर की कहानी

मासूम की आवाज पर उमड़ी भीड़ का शोर सुन, एक बार फिर बच्ची चीखती है. इस बार उसका जख्मी चेहरा, भीड़ के बीच मौजूद किसी गुमनाम शख्स की नजरों में कैद हो जाता है...

Updated on: 01 Sep 2023, 04:52 PM

नई दिल्ली:

यूं एक चीख ने खोला वारदात का राज... खबर महाराष्ट्र की है, जहां एक 12 साल की मासूम के साथ बेतहाशा दरिंदगी को अंजाम दिया जाता है. उसके जिस्म पर खौलता तवा, गर्म चाकू और जलती सिगरेट के तमाम जख्म दिए जाते हैं. ये जुल्म इस कदर हैवानियत भरे अंदाज में किया गया था कि, देखने वालों की रूह कांप उठी. मगर सबसे ज्यादा डरावनी था वारदात के पीछे की असल कहानी, जिसे जिसने सुना बस खौफ की गर्द में डूबता चला गया... 

दरअसल एक रोज, महाराष्ट्र के नागपुर स्थित हुडकेश्वर इलाके में एक मासूम की चीख पूरे इलाके को दहला कर रख देती है. जब मौके पर इकट्ठा हुआ लोगों का हुजूम बच्ची की आवाज को तलाशता है, तो बिल्कुल अंधेरे की गर्द में डूबा एक घर सामने आता है, जिसके दरवाजे पर एक ताला लटका हुआ था.  

बंद घर में दफन खौफ...

मासूम की आवाज पर उमड़ी भीड़ का शोर सुन, एक बार फिर बच्ची चीखती है. इस बार उसका जख्मी चेहरा, भीड़ के बीच मौजूद किसी गुमनाम शख्स की नजरों में कैद हो जाता है. फौरन इकट्ठा लोग उसकी ओर चल पड़ते हैं, घर का ताला तोड़ा जाता है उसे बाहर निकाला जाता है और आखिरकार उसे बचा लिया जाता है, मगर किस्से?

इसी जवाब के पीछे छिपी है हमारी आज की ये कहानी. बच्ची के मिलने के फौरन बाद पुलिस को इसकी इत्तला दी जाती है. यहां लोग उसके इस सूरतेहाल के पीछे की असल वजह जानने के लिए उससे तमाम सवाल पूछते हैं, जिनके जवाब में होता है बहुत बड़ा खुलासा...

बेतहाशा पिटाई का मंजर...

बच्ची ने बताया कि इस घर में वो बीते चार दिनों से कैद थी. घर के मालिक उसे बेंगलुरु से खरीद कर लाए थे. शरुआत में वो उससे घर का सारा काम कराते थे, हर गलती पर उसे बहुत डांट पड़ती, लेकिन धीरे-धीरे ये हालात बद से बदत्तर होने लगे. बच्ची को उस परिवार के साथ रहते हुए अब 3 से ज्यादा साल हो चुके थे. मालिक का जुल्म अब सारी हदे पार कर हा था. हालात ऐसे हो गए की गलती पर डांट अब बेतहाशा पिटाई में तबदील हो गई. अब हर गलती पर उसके जिस्म पर खौलता तवा, गर्म चाकू और जलती सिगरेट से टार्चर किया जाता. ताकि किसी को उसके जख्म न दिखे, उसे हिजाब पहनाया जाता.  

इसी बीच एकाएक पूरा परिवार दोबारा बेंगलुरु जाने का फैसला करता है. साथ ही फैसला करता है उस 12 साल की मासूम बच्ची को तन्हाई की गर्द में छोड़ जाने का. आलम ये था कि मालिक ने बिजली का बिल तक नहीं भरा था, लिहाजा घर की लाइट कट जाती है. जब मासूम खुद को काले अंधेरे में अकेला पाती है, तो डरकर चीखने लगती है.

घिनौनी हरकत का खुलासा...

यही चीख उसके लिए नई जिंदगी बन जाती है. इसके बाद आस पड़ोस के लोग उसे देखकर उसके पास पहुंचते हैं, और फिर इस पूरी घिनौनी हरकत का खुलासा होता है. पुलिस फिलहाल इस मामले में तफ्तीश कर रही है. बच्ची का मेडिकल करवा दिया गया है. मामले में तहकीकात जारी है. पुलिस का दावा है कि आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी.