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मोदी सरकार ने प्याज निर्यात से हटाया प्रतिबंध, फिर बढ़े दाम

देश में इस साल प्याज (onion) की बंपर पैदावार होने के मद्देजनर केंद्र सरकार ने छह महीने बाद प्याज के निर्यात से प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया है.

Updated on: 27 Feb 2020, 10:44 PM

नई दिल्ली:

देश में इस साल प्याज (onion) की बंपर पैदावार होने के मद्देजनर केंद्र सरकार ने छह महीने बाद प्याज के निर्यात से प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले के बाद गुरुवार को देश की प्रमुख उत्पादक मंडियों में प्याज के दाम में 20 फीसदी तक की तेजी देखी गई. हालांकि, कारोबारियों का कहना है कि यह तेजी क्षणिक है, जैसे ही मंडियों में प्याज की आवक बढ़ेगी कीमतों में नरमी आ जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह (जीओएम) की बैठक में बुधवार को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया गया.

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान (Ram vilas paswan) ने एक ट्वीट के जरिये प्याज निर्यात से प्रतिबंध हटाने की जानकारी दी.

प्याज की बंपर फसल होने से निर्यात पर रोक हटाई गई

पासवान ने बुधवार को एक ट्वीट में बताया, 'देश में प्याज की बंपर फसल और बाजार में प्याज की स्थिर कीमतों को देखते हुए सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगी रोक को हटाने का फैसला किया है. पिछले साल मार्च महीने में 28.4 लाख टन के मुकाबले, इस साल मार्च में प्याज की पैदावार लगभग 40 लाख टन होने का अनुमान है.'

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सितंबर में निर्यात पर लगाई गई थी रोक

पिछले साल सितंबर के आखिर में केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके साथ-साथ सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 850 डॉलर प्रति टन तय कर दिया था. कारोबारी बताते हैं कि जब तक इस न्यूनतम निर्यात मूल्य को समाप्त नहीं किया जाएगा या इसमें कटौती नहीं की जाएगी, तब तक प्याज का निर्यात करना मुश्किल होगा.

बारिश की वजह से प्याज के फसल हुए थे खराब

पिछले साल मानसून सीजन और उसके बाद देश के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश होने और बाढ़ आने के कारण प्रमुख उत्पादक राज्यों में प्याज की फसल खराब हो गई थी जिसके कारण कीमत में बेहद इजाफा हो गया. प्याज के दाम को काबू में रखने के लिए सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगाने के साथ-साथ देश में इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए एक लाख टन प्याज आयात करने का फैसला लिया था. सरकार ने प्याज का आयात भी किया लेकिन दाम में गिरावट तब आई जब घरेलू आवक में सुधार हुआ.

प्याज निर्यात पर प्रतिबंध हटने के बाद गुरुवार को महाराष्ट्र के लासलगांव मंडी में प्याज का थोक भाव 900-2,281 रुपये प्रति क्विंटस हो गया जोकि दो दिन पहले मंगलवार को 800-1,861 रुपये प्रतिक्विंटल था। इस प्रकार प्याज का भाव 10 से 20 फीसदी तक बढ़ा है.

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प्याज के दाम में पिछले सप्ताह के मुकाबले थोड़ी कमी आई

दिल्ली की आजादपुर मंडी एपीएमसी की कीमत सूची के अनुसार, देश की राजधानी में प्याज के दाम में पिछले सप्ताह के मुकाबले थोड़ी कमी ही आई है. मंडी के कारोबारियों ने बताया कि दिल्ली में बीते कुछ दिनों से रहे तनावपूर्ण माहौल और हिंसा की घटनाओं के कारण फलों और सब्जियों का उठाव कम रहा है, इसलिए कीमतों में कमी आई है, लेकिन प्याज के निर्यात से प्रतिबंध हटने की रिपोर्ट के बाद दाम में आगे तेजी देखी जा सकती है.