Happy Birthday: 96 साल के हुए बॉलीवुड के 'ट्रेजडी किंग' दिलीप कुमार, जानें उनकी रोचक बातें
बॉलीवुड में 'ट्रेजडी किंग' के नाम से मशहूर दिलीप कुमार बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार हैं। वह राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं।
मुंबई:
बॉलीवुड में 'ट्रेजडी किंग' के नाम से मशहूर दिलीप कुमार बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार हैं. वह राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. हिंदी सिनेमा में उन्होंने पांच दशकों तक अपने शानदार अभिनय से दर्शकों के दिल पर राज किया. उन पर फिल्माया गया गाना 'नैना जब लड़िहें तो भैया मन मा कसक होयबे करी' को भला कौन भूल सकता है! 11 दिसंबर को दिलीप कुमार 96 साल के हो गए हैं. इस खास मौके पर उनकी जिदंगी की बारे में कुछ खास बातें जानते हैं.
दिलीप कुमार का असली नाम मुहम्मद यूसुफ खान है. उनका जन्म पेशावर (अब पाकिस्तान में) में 11 दिसंबर, 1922 को हुआ था. उनके 12 भाई-बहन हैं. उनके पिता फल बेचा करते थे और मकान का कुछ हिस्सा किराए पर देकर गुजर-बसर करते थे. दिलीप ने नासिक के पास एक स्कूल में पढ़ाई की.
ये भी पढ़ें: Video: 'कोयल जैसी मीठी बोली बोल के' खेसारी को आकांक्षा ने किया घायल, ले गईं दिल चीर के
साल 1930 में उनका परिवार मुंबई आकर बस गया. 1940 में पिता से मतभेद के बाद वह पुणे आ गए. यहां उनकी मुलाकात एक कैंटीन के मालिक ताज मोहम्मद से हुई, जिनकी मदद से उन्होंने आर्मी क्लब में सैंडविच स्टॉल लगाया. कैंटीन कॉन्ट्रैक्ट से 5000 की बचत के बाद, वह मुंबई वापस लौट आए और इसके बाद उन्होंने पिता को मदद पहुंचने के लिए काम तलाशना शुरू किया.
साल 1943 में चर्चगेट में इनकी मुलाकात डॉ. मसानी से हुई, जिन्होंने उन्हें बॉम्बे टॉकीज में काम करने की पेशकश की. इसके बाद उनकी मुलाकात बॉम्बे टॉकीज की मालकिन देविका रानी से हुई. उनकी पहली फिल्म 'ज्वार भाटा' थी, जो 1944 में आई. 1949 में फिल्म 'अंदाज' की सफलता ने उन्हें लोकप्रिय बनाया. इस फिल्म में उन्होंने राज कपूर के साथ काम किया. 'दीदार' (1951) और 'देवदास' (1955) जैसी फिल्मों में दुखद भूमिकाओं के मशहूर होने की वजह से उन्हें ट्रेजिडी किंग कहा गया.
साल 1960 में उन्होंने फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में मुगल राजकुमार जहांगीर की भूमिका निभाई. यह फिल्म पहले ब्लैक एंड व्हाइट थी और 2004 में रंगीन बनाई गई. उन्होंने 1961 में फिल्म 'गंगा-जमुना' का खुद निर्माण किया, जिसमें उनके साथ उनके छोटे भाई नसीर खान ने काम किया. दिलीप ने जब हिंदी फिल्मों में काम करना शुरू किया, तो मुहम्मद यूसुफ से अपना नाम बदलकर दिलीप कुमार कर दिया, ताकि उन्हें हिंदी फिल्मों मे ज्यादा पहचान और सफलता मिले.
ये भी पढ़ें: करण ने अपने शो में दिलजीत से उनकी सेक्स लाइफ को लेकर पूछा सवाल, जवाब सुनकर शरमा जाएंगे आप
दिलीप कुमार ने अभिनेत्री सायरा बानो से 11 अक्टूबर, 1966 को विवाह किया. विवाह के समय दिलीप कुमार 44 वर्ष और सायरा बानो महज 22 वर्ष की थीं. उन्होंने 1980 में आसमां से दूसरी शादी भी की थी. बॉलीवुड के प्रेमी जोड़ों की जब भी बात की जाती है, तो सायरा बानो और दिलीप कुमार का नाम जरूर आता है.
दिलीप कुमार को 1983 में फिल्म 'शक्ति', 1968 में 'राम और श्याम', 1965 में 'लीडर', 1961 की 'कोहिनूर', 1958 की 'नया दौर', 1957 की 'देवदास', 1956 की 'आजाद', 1954 की 'दाग' के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से नवाजा गया.
दिलीप कुमार को भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा उन्हें पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज से भी सम्मानित किया गया है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Sita Navami 2024: साल 2024 में कब मनाई जाएगी सीता नवमी? इस मूहूर्त में पूजा करने से घर में आएगी सुख-समृद्धि!
-
Kuber Upay: अक्षय तृतीया पर करें कुबेर के ये उपाय, धन से भरी रहेगी तिजोरी
-
Maa Laxmi Upay: सुबह इस समय खोल देने चाहिए घर के सारे खिड़की दरवाजे, देवी लक्ष्मी का होता है आगमन
-
Gifting Gold: क्या पत्नी को सोने के गहने गिफ्ट करने से होती है तरक्की, जानें क्या कहता है शास्त्र