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EV Insurance: इलेक्ट्रिक कार लेने का है प्लान तो इंश्‍योरेंस से जुड़ी बातें हैं अहम, बड़े काम की है ये जानकारी

इलेक्ट्रिक कारें महंगी होती हैं जिसकी वजह से उनका इंश्योरेंस भी सामान्य कारों की तुलना में महंगा होता है.

Updated on: 27 Jul 2023, 01:26 PM

highlights

  • इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ रही संख्या.
  • इलेक्ट्रिक वाहनों का इश्योरेंस है जरूरी.
  • बीमा लेते समय इन बातों का रखें ध्यान.

नई दिल्ली:

Electric Vehicle Insurance: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में बढ़ती महंगाई के बोझ से बचने के लिए ज्‍यादातर लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की ओर रुख कर रहे हैं. इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी भी दे रही है. जीरो कार्बन एमिशन करने वाले ये वाहन बैटरी से चलते हैं. ऐसे में समान्‍य वाहनों की तरह इलेक्ट्रिक वाहनों का इंश्‍योरेंस कराना भी बेहद अहम है. इलेक्ट्रिक वाहन महंगे होते हैं. ऐसे में इंश्योरेंस वाहन के एक्सीडेंट, चोरी होने या अन्य किसी दुर्घटना जैसी स्थिति में आपको फाइनेंशियली मजबूत रखता है. 

ये बातें हैं जरूरी 

अब जब इलेक्ट्रिक कारें महंगी होती हैं, तो उनका इंश्योरेंस भी सामान्य कारों की तुलना में महंगा होता है. सबसे पहले आपको उन कारणों को बारे में बताते हैं जिनकी वजह से इलेक्ट्रिक कारों का ईंधन से चलने वाली कारों के मुकाबले अधिक होता है. साथ ही ये भी बताते हैं कि बीमा (Insurance) कराते समय किन बातों का विशेष ध्यार रखकर आप आपना प्रीमियम कम रख सकते हैं.  

मैकेनिक और एक्सपर्ट की संख्या है कम  

देशभर में आम कारों के मैकेनिक और एक्सपर्ट आपको कहीं भी मिल जाएंगे. जबकि इलेक्ट्रिक कारों की रिपोयरिंग के लिए आपको इसकी तकनीक की जानकारी रखने वाले लोग चाहिए, और उन्हें ढूंढना मुश्किल है. इतना ही नहीं इलेक्ट्रिक कार अभी भी भारतीय ऑटो बाजार के लिए नई हैं और इनकी रिपेयर फैसिलिटी काफी सीमित है. इलेक्ट्रिक कारों की रिपेयरिंग के लिए जो मैकेनिक और रिपेयर फैसिलिटीज हैं, वो अधिक शुल्क वसूलते हैं. इसलिए बीमा कंपनियां इन कारों के इंश्योरेंस के लिए ज्यादा प्रीमियम वसूलती हैं.

रिपेयर और रिप्लेसमेंट कॉस्ट होती है अधिक

इलेक्ट्रिक कारों में रिपेयर और रिप्लेसमेंट कराने की लागत अधिक होती है. ये कारें बैटरी पर चलती हैं. इन बैटरियों को बदलने की लागत पूरी कार की लगभग आधी कीमत के बराबर होती है. निश्चित तौर पर इनकी बैटरियों को रिपेयर करना या रिप्लेस करना महंगा है. इतना ही नहीं, ये बैटरी पहले से एक एक्सपायरी डेट के साथ आती हैं, जिसके बाद कार के मालिक को उन्हें बदलवाना होता है. इस वजह से बीमा कंपनियां इलेक्ट्रिक कारों के लिए अधिक प्रीमियम लेती हैं.

इलेक्ट्रिक कारें होती हैं महंगी 

इलेक्ट्रिक कारों के लिए इंश्योरेंस महंगा होने की एक वजह ये भी है कि ये सामान्य ईंधन कारों के मुकाबले महंगी होती है. इलेक्ट्रिक कारों को  इस तरह से डिजाइन किया जाता है जिससे इनसे शून्य प्रदूषण हो. साथ ही यात्रियों के कंफर्ट का भी ध्यान रखा जाता है. ये महंगी और आधुनिक टेक्नोलॉजी के हिसाब से डिजाइन होती है, इसलिए इनकी लागत अधिक होती है. कार की ऊंची कीमत की वजह से इनके लिए इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) भी अधिक होती है, जिसके चलते इनका इंश्योरेंस प्रीमियम भी अधिक होता है. 


इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ऐसे कम कर सकते हैं इंश्योरेंस प्रीमियम 

इलेक्ट्रिक कार के इंश्योरेंस प्रीमियम में कई फैक्टर्स काम करते हैं. जैसे कि कवरेज का अमाउंट, गाड़ी की कॉस्ट, चालक का ड्राइविंग अनुभव और इंश्योरेंस क्लेम हिस्ट्री. इसमें से कुछ तरीके अपना कर अपनी इलेक्ट्रिक कार के इंश्योरेंस की लागत को कम कर सकते हैं

इलेक्ट्रिक कार में लगाएं सिक्योरिटी डिवाइस

इलेक्ट्रिक कारों में रिप्लेसमेंट की लागत अधिक होती है. आप अपनी कार में एंटी थेफ्ट और अन्य समान तरह के सुरक्षा उपकरण लगा सकते हैं. ये आपकी गाड़ी को चोरी जैसी घटनाओं से बचा सकते हैं. इंश्योरेंस कंपनियां ऐसे सिक्योरिटी डिवाइस को प्रीमियम कैलकुलेट करते वक्त अपने कैलकुलेशन में शामिल करती हैं. ऐसे आप अपनी कार की सुरक्षा बढ़ाकर बीमा की लागत को कम कर सकते हैं.

ऑनलाइन खरीदें कार इंश्योरेंस 

सस्ते में इलेक्ट्रिक कार इंश्योरेंस खरीदने का एक स्मार्ट तरीका है कि आप इसे ऑनलाइन मोड में खरीदें. आप इलेक्ट्रिक कार के लिए अलग-अलग कंपनियों के इंश्योरेंस भी कंपेयर कर सकते हैं. इन पर ऑफर भी मिल जाते हैं और अपनी जेब के हिसाब से आप मैक्सिमम कवरेज देने वाली पॉलिसी का चुनाव कर सकते हैं. इतना ही नहीं, आप अपने बजट के हिसाब से इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम जानने के लिए कार इंश्योरेंस कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें आप अपनी इच्छानुसार कवरेज के हिसाब से प्रीमियम का कैलकुलेशन कर सकते हैं. इस तरह आप अपने बजट से बाहर जाकर मोटर बीमा पॉलिसी खरीदने से बच जाते हैं.

नो-क्लेम बोनस का करें इस्तेमाल 

हर साल इंश्योरेंस क्लेम नहीं फाइल करने की वजह से आपकी बीमा कंपनी नो-क्लेम बोनस के तौर पर रिवॉर्ड देती है. इस बोनस का इस्तेमाल कर आप कम प्रीमियम पर अधिक से अधिक कवरेज वाली बीमा पॉलिसी ले सकते हैं. अगर आप बेहतर तरीके से ड्राइविंग करते हैं और अपनी गाड़ी का मेंटिनेंस सही से करते हैं, तब आप हर साल क्लेम नहीं पर मिलने वाले नो-क्लेम बोनस का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

छोटे क्लेम से बचें

कार इस्तेमाल करने पर उसमें छोटी-मोटी टूट-फूट होना या रिपेयरिंग करवाना सामान्य बात है. हालांकि इसके लिए या हर छोटे रिपेयर के लिए आपको इंश्योरेंस क्लेम करने से बचना चाहिए. गाड़ी में छोटी-मोटी रिपेयरिंग का खर्चा खुद से वहन करें, ना कि हर बार बीमा क्लेम करें.