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इमरान सरकार ने इस आतंकी संगठन पर खर्च किए करोड़ों रुपये, अब सता रहा है ये डर

पाकिस्तानी पत्रकार से बात करते हुए न्यूज चैनल पर एक टॉक शो के दौरान पाकिस्तानी मंत्री ने ये बात कही.

Updated on: 12 Sep 2019, 04:41 PM

नई दिल्ली:

मौजूदा समय में पाकिस्तान को दुनिया में हर जगह से नाकामी ही हासिल हो रही है लेकिन वो अपनी हेकड़ी से बाज नहीं आ रहा है. अब पाकिस्तान के एक मंत्री ने पाक सरकार के नापाक इरादों के बारे में बताते हुए कहा है कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठन जमात-उद-दावा पर करोड़ो रुपये खर्च किए हैं. पाकिस्तान के नेशनल टेलीविजन पर पाकिस्तान सरकार में मंत्री ब्रिगेडियर (आर) एजाज अहमद शाह ने खुलासा करते हुए बताया कि इमरान सरकार ने आतंकी संगठन को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए हैं. पाकिस्तानी पत्रकार नदीम मलिक से बात करते हुए पाकिस्तानी न्यूज चैनल पर एक टॉक शो के दौरान मंत्री ने ये बात कही.

पाक पीएम इमरान ने भी कबूला था सच
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा था कि, आतंकवादी संगठन के सदस्यों को मुख्यधारा में लाने की जरुरत है. इसके पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने जुलाई में अमेरिका दौरे के समय यह बात खुद ही कबूल की थी कि उनके देश में अभी भी 30,000 से 40,000 आतंकवादी मौजूद हैं, जो कश्मीर और अफगानिस्तान हिस्सों से प्रशिक्षण ले चुके हैं.

पाकिस्तान में मौजूद हैं 40 आतंकी संगठन
पाक पीएम ने उस दौरान यह भी बताया था कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार के सत्ता में आने से पहले, पाकिस्तान की पूर्व सरकारों की अपनी मिट्टी पर काम करने वाले आतंकवादी समूहों को निष्क्रिय करने की राजनीतिक इच्छा नहीं थी. एक अलग कार्यक्रम में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनके यहां 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह हैं जो उनकी ही सीमा के भीतर काम कर रहे हैं.

इमरान सरकार ने देश की छवि खराब की
अगले महीने पेरिस में होने वाली वित्तीय एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की आगामी बैठक से पहले की गई इस टिप्पणी को कार्यवाही से बचने का उपाय माना जा रहा है. उम्मीद है कि एफएटीएफ अगले महीने आतंकी वित्तपोषण को रोकने के लिए इस्लामाबाद की कार्ययोजना पर अपनी अंतिम मूल्यांकन रिपोर्ट रखी जाएगी. पिछले महीने एफएटीएफ के क्षेत्रीय सहयोगी एशिया-पैसिफिक ग्रुप (एपीजी) ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था. पाकिस्तानी मंत्री ने ये भी कबूल किया कि इस्लामाबाद कश्मीर मुद्दे पर अपने रुख को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन पाने में विफल रहा है, और इमरान खान और सरकार पर देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया है.