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पाकिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर बीबीसी की रिपोर्ट से पाक सेना तिलमिलाई

पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग ने एक विज्ञप्ति जारी कर 2 जून की बीबीसी की मानवाधिकार रिपोर्ट की कड़ी आलोचना करते हुए उसे झूठ का पुलिंदा करार दिया है.

Updated on: 06 Jun 2019, 12:13 PM

highlights

  • बीबीसी ने एक रिपोर्ट में उत्तरी वजीरिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बात कही.
  • पाकिस्तान सेना की मीडिया इकाई ने बीबीसी की रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताया.
  • बीबीसी का आरोप उत्तरी वजीरिस्तान में लोगों का हो रहा कत्ल-ए-आम.

नई दिल्ली.:

पाकिस्तान में पाक सेना समेत उसके प्रभुत्व वाला मीडिया ब्रिटेन की मीडिया सेवा बीबीसी (BBC) से खार खाए बैठा है. पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ने पश्चिमोत्तर (North Western) में स्थित जनजातीय इलाके में मानवाधिकारों के उल्लंघन संबंधी बीबीसी की रिपोर्ट को लेकर कड़ा रवैया अख्तियार किया है. उसने एक विज्ञप्ति जारी कर 2 जून की बीबीसी की मानवाधिकार रिपोर्ट (Human Right Report) की कड़ी आलोचना करते हुए उसे झूठ का पुलिंदा (Pack Of Lies) करार दिया है. इस बारे में पाक के प्रमुख अखबार 'डॉन' ने भी प्रमुखता से खबर को प्रकाशित किया है.

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हवाई-जमीनी हमलों में सैकड़ों निर्दोष मारे गए
गौरतलब है कि 2 जून को बीबीसी ने 'अनकवरिंग पाकिस्तान सीक्रेट ह्यूमन राइट अब्यूज' रिपोर्ट प्रकाशित की थी. इसमें अमेरिका पर 9/11 हमले (America 9/11 Attack) के बाद आतंकियों से उसकी लड़ाई का जिक्र है. साथ ही स्थानीय लोगों जिनमें पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (पीटीएम) (Pashtun Movement) के नेता मंजूर पश्तीन से बातचीत भी प्रकाशित की गई है. इस रिपोर्ट में स्थानीय सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना के हवाई और जमीनी (Air And Ground Strike) हमले में सैकड़ों निर्दोष नागरिक मारे गए हैं.

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पाक सेना ने रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताया
सेना की मीडिया इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (ISPR) ने लेख की प्रमाणिकता पर सवाल उठाते हुए सेना ने कहा कि बीबीसी ने उसे एक प्रश्नावली भेजी थी, जिसके जवाब में उन्होंने पूरा स्थितियां तथा तथ्य जानने के लिए अधिकारिक स्तर पर बातचीत का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, मीडिया संगठन ने इस पर कभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और पूर्वनिर्धारित और अनुमानित (preconceived Theory) कहानी बना दी. यह कहानी वास्तव में झूठ का पुलिंदा है.

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बीबीसी ने कहा आतंकी के शक में मासूमों को मार डाला
आईएसपीआर ने कहा, 'रिपोर्ट में तथाकथित घटना की दी गई तारीख में उत्तरी वजीरिस्तान (North Waziristan) में जिस अभियान की बात की गई है, वह अभी तक शुरू नहीं हुआ है. इस क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी देशभर में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने, उनकी योजना बनाने और संचालित करने के लिए करते रहे हैं.' बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2014 के हवाई हमले में पाक वायुसेना (Pak Ai) की कार्रवाई में उत्तरी वजीरिस्तान में एक कबाइली इलाके (Pashtun Tribal Area) में बमबारी की गई. इसमें कई निर्दोष लोग मारे गए. पाक सेना ने यह कार्रवाई तहरीक-ए-तालिबान के कमांडर के वहां छिपे होने की आशंका में की थी.

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उत्तरी वजीरिस्तान में लोगों का हो रहा कत्ल-ए-आम
यही नहीं, बीबीसी की रिपोर्ट कहती है कि 'पाकिस्तान में हर महीने 6-8 आतंकवादी घटनाएं होती हैं, जिनमें महिलाओं, बच्चों, स्कूलों, चर्चो और बाजारों को निशाना बनाया जाता है. उत्तरी वजीरिस्तान में लोगों का कत्लेआम (Mass Murder) हो रहा है और आतंकवादी मारे गए लोगों के सरों से फुटबाल खेल रहे हैं.' इस पर पाक सेना ने बीबीसी के लेख को अप्रमाणिक और विश्वसनीयता से कोसों दूर करार दिया है. सेना ने कहा है कि यह सिर्फ अफवाहों (Rumours) पर आधारित है.