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कंगाल पाकिस्तान के ऊपर टूटा पहाड़, अब अफसरों को चाय और बिस्किट के भी लाले पड़े

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने सरकारी बैठकों के दौरान जलपान के खर्चों में कटौती कर दी है. यही नहीं मीटिंग के दौरान चाय और बिस्किट पर भी रोक लगा दिया गया है.

Updated on: 26 Aug 2019, 01:17 PM

नई दिल्ली:

कंगाल पाकिस्तान (Kangaal Pakistan) की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है. वहीं भारत से कारोबारी रिश्ते खत्म करने के बाद से तो हालात और बदतर हो गए हैं. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) मौजूदा आर्थिक संकट का सामना करने के लिए हर तरह के उपाय करने की कोशिश कर रहे हैं. दीवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान ने नई नौकरियों पर रोक लगा दी है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अब इमरान खान सरकार ने सरकारी बैठकों के दौरान जलपान के खर्चों में कटौती कर दी है. यही नहीं मीटिंग के दौरान चाय और बिस्किट पर भी रोक लगा दिया गया है.

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इन खर्चों में की गई कटौती
पाकिस्तान सरकार ने अधिकारियों के लिए एक से ज्यादा अखबार और पत्रिकाओं पर भी रोक लगा दी है. इसके अलावा चालू वित्त वर्ष में नई गाड़ी और लग्जरी सामान नहीं खरीदने जैसा कदम भी उठाया है. सरकार ने सरकारी कार्यालयों और आवासों पर बिजली, गैस, टेलिफोन को संतुलित और कम उपयोग करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कुछ शर्तों के साथ 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज की मंजूरी मिली है. राहत पैकेज के लिए इमरान खान सरकार को बजट घाटा कम करना होगा. इसके अलावा पाकिस्तान को कुछ और कड़ी शर्तों को भी पूरा करना होगा.

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अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 25 फीसदी लुढ़का
New Pakistan बनाने चले प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) ने देश को कंगाली के रास्‍ते पर ला खड़ृा किया है. पिछले एक साल में अमेरिकी डॉलर के सामने पाकिस्तानी रुपया (Pakistani Rupee) 25 फीसद तक नीचे गिर चुका है.

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शेयर बाजार (KSE-100) में निवेशकों का 1 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपया डूब चुका है. ज्यादातर इंडस्ट्री बंद होने के कगार पर है. ऐसे में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) से पाकिस्तान को लग रहे झटके से वहां की अर्थव्‍यवस्‍था बिल्‍कुल बदहाली के कगार पर पहुंच जाएगी. इमरान खान ने यह भी कहा था, 10 साल में पाकिस्तान का कर्ज़ 6000 अरब पाकिस्तानी रुपये से बढ़कर 30 हज़ार अरब पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच गया है. इससे देश के पास अमेरिकी डॉलर की कमी हो गई है.