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China बना विश्व व्यापार संगठन का 143वां सदस्य

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) संयुक्त राष्ट्र में एक स्थायी अंतरराष्ट्रीय संगठन है. इसने आधिकारिक तौर पर 1 जनवरी, 1995 को काम करना शुरू किया और यह विश्व अर्थव्यवस्था और व्यापार व्यवस्था के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है. 10 नवंबर, 2001 को कतर की राजधानी दोहा में आयोजित डब्ल्यूटीओ के चौथे मंत्री स्तरीय सम्मेलन में डब्ल्यूटीओ में चीन के प्रवेश के लिए कानूनी दस्तावेज पारित किया गया और 11 दिसंबर को चीन आधिकारिक तौर पर डब्ल्यूटीओ का 143वां सदस्य बन गया, जिसने चीन के खुलेपन में एक नया चरण चिह्न्ति किया.

Updated on: 10 Dec 2022, 08:08 PM

बीजिंग:

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) संयुक्त राष्ट्र में एक स्थायी अंतरराष्ट्रीय संगठन है. इसने आधिकारिक तौर पर 1 जनवरी, 1995 को काम करना शुरू किया और यह विश्व अर्थव्यवस्था और व्यापार व्यवस्था के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है. 10 नवंबर, 2001 को कतर की राजधानी दोहा में आयोजित डब्ल्यूटीओ के चौथे मंत्री स्तरीय सम्मेलन में डब्ल्यूटीओ में चीन के प्रवेश के लिए कानूनी दस्तावेज पारित किया गया और 11 दिसंबर को चीन आधिकारिक तौर पर डब्ल्यूटीओ का 143वां सदस्य बन गया, जिसने चीन के खुलेपन में एक नया चरण चिह्न्ति किया.

डब्ल्यूटीओ में शामिल होने से चीन वास्तव में विश्व अर्थव्यवस्था के साथ एकीकृत हो गया है. विशेष रूप से पिछले दस वर्षों में, चीन ने सुधारों को और गहरा किया है और खुलेपन का विस्तार किया है और विश्व अर्थव्यवस्था के विकास का एक महत्वपूर्ण इंजन बन गया है. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत पहल के तहत चीन ने वर्ष 2018 से चीन अंतर्राष्ट्रीय आयात एक्सपो का आयोजन किया है, जो विश्व अर्थव्यवस्था के विकास में चीनी बाजार की भूमिका को पूरा कर रहा है और इसे एक अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक उत्पाद में बनाया है जो आर्थिक वैश्वीकरण का समर्थन करता है और बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की सुरक्षा करता है. आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2010 से 2020 तक विश्व आयात वृद्धि में चीन का योगदान 27.7 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों की तुलना में बहुत अधिक है. इसके अलावा, साल 2021 तक चीन लगातार 13 वर्षों तक दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयात व्यापार देश रहा है.

हाल के वर्षों में, कोविड-19 महामारी के प्रभाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है, सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और बढ़ती चीनी अर्थव्यवस्था विश्व अर्थव्यवस्था की स्थिरता बन गई है. वर्ष 2022 की पहली तीन तिमाहियों में महामारी के प्रभाव में चीन की जीडीपी ने पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3 प्रतिशत वृद्धि हासिल की है, चीन की कुल व्यापार मात्रा 3078.1 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई है.

डब्ल्यूटीओ में शामिल होने के बाद, चीन की अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित हुई है, और चीन के विकास ने विश्व अर्थव्यवस्था के लिए अवसर की एक खिड़की खोली है, जो विश्व आर्थिक विकास का मुख्य शक्ति स्रोत और स्थिरीकरण बन गया है.

(साभार -चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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