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ट्रंप प्रशासन ने पेश की नई इमिग्रेशन पॉलिसी, भारतीय पेशेवरों को मिल सकता है फायदा

इस नई इमिग्रेशन नीति में कहीं भी H-1B वीजा का जिक्र नहीं है। इस पर भारतीय आईटी पेशेवरों की सबसे ज्यादा निगाह रहती है।

Updated on: 10 Oct 2017, 06:36 AM

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नई इमिग्रेशन पॉलिसी का प्रस्ताव पेश कर दिया है। ट्रंप की नई इमिग्रेश पॉलिसी मेरिट आधारित है और इसलिए भारतीयों को इसका बड़ा फायदा मिल सकता है। वैसे, इस योजना से वह भारतीय पेशेवर निराश होंगे जो अपना परिवार वहां ले जाना चाहते हैं।

हालांकि, इस नई इमिग्रेशन नीति में कहीं भी H-1B वीजा का जिक्र नहीं है। इस पर भारतीय आईटी पेशेवरों की सबसे ज्यादा निगाह रहती है। ट्रंप नए आव्रजन नीति का मसौदा अमेरिकी संसद 'कांग्रेस' को भेज चुके है।

ट्रंप ने मेरिट आधारित इमिग्रेशन सिस्टम की वकालत करते हुए कांग्रेस से कहा कि मौजूदा नीति राष्ट्रीय हितों के अनुसार नहीं है और इससे परिवार आधारित माइग्रेशन को ही बल मिलता है।

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बता दें कि ट्रंप पहले ही बचपन में अमेरिका में अवैध तरीके प्रवेश करने वाले नाबालिगों की सुरक्षा प्रदान करने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम डेफेर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड एराइवल्स (डीएसीए) को खत्म करने की घोषणा कर चुके हैं।

इस कार्यक्रम को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुरू किया था। लेकिन ट्रंप ने इस कार्यक्रम को बंद करने का ऐलान किया था।

डीएसीए के तहत अमेरिका में कम उम्र के प्रवासियों को कानूनी अधिकार नहीं दिए जाते लेकिन वे निर्वासित होने से बच जाते हैं, ऐसे लोगों को अमेरिका में 'ड्रीमर्स' कहा जाता है।

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