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चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के थानों में लगने लगा बंदूकों का ढेर

एक आंकड़े के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा लाइसेंसी बंदूकें उत्तर प्रदेश में हैं। यूपी में इनकी संख्या करीब 11 लाख है। यूपी चुनाव से पहले कोशिश होगी कि करीब 90 फीसदी लाइसेंसी बंदूकें जमा करा ली जाएं।

Updated on: 13 Jan 2017, 08:25 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का एलान होते ही एक खास नजारा इन सभी राज्यों के थानों में नजर आने लगा है।

दरअसल, प्रशासन चुनाव संबंधी तैयारियों में भी जुट गया है। इसी क्रम में एक नियम मतदान से पहले लाइसेंसी बंदूकों को जमा कराने का भी होता है। लिहाजा यूपी समेत सभी राज्यों में पुलिस इस कवायद में भी जुट गई है।

एक आंकड़े के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा लाइसेंसी बंदूकें उत्तर प्रदेश में हैं। यूपी में इनकी संख्या करीब 11 लाख है। नियमों के मुताबिक कुछ खास तबको मसलन बैकों, मॉल, एटीएम गार्ड, ब्यूरोक्रेट्स या जजों की सिक्यूरिटी आदि में लगे लोगों को इससे छूट मिलती है। बाकी 90 फीसदी तक बंदूकें जमा करा ली जाती हैं।

नियमों के अनुसार लोग अपनी लाइसेंसी बंदूके पुलिस थानों या फिर ऑथराइज्ड गनसेललर के पास भी जमा करा सकते हैं। हालांकि गनसेलर के पास जमा कराने के बाद पुलिस इसकी क्रॉस वेरिफिकेशन करती है। यूपी में ही अब तक ढाई लाख से ज्यादा बंदूके जमा कराई जा चुकी हैं। 

जमा की गई हर बंदूक को थाने के मालखाने में सुरक्षित रखा जाता है। उसके साथ जमा कराए गए कारतूसों की गिनती होती है। बंदूकें इतनी हो जाती हैं कि कई बार पुलिस को इन बंदूकों को लॉकअप में रखना पड़ जाता है।

पुलिस पर इन जमा कराई गई बंदूकों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी होती है। चूक होने पर पुलिस तक पर FIR हो सकती है।

हर चुनाव से पहले कई बार पुलिस खुद लाइसेंसी बंदूक वालों को जमा कराने की बात याद दिलाती है क्योंकि हथियार जमा कराने में देरी पर लाइसेंस कैंसल भी किया जा सकता है। 

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