logo-image

Government Scheme: देश में इन महिलाओं को मिलते हैं 6000 रुपए, ऐसे करें आवेदन

PM Matritva Vandana Yojana: अगर आपके पास आय का कोई श्रोत नहीं है, साथ ही आप गरीब तबके की महिला हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है.

Updated on: 03 Apr 2024, 01:56 PM

highlights

  • केन्द्र सरकार की योजना के तहत पूरे देश की महिलाएं ले सकती हैं योजना का लाभ
  • कुछ जरूरी डॅाक्यूमेंटेशन के बाद कर सकती हैं योजना के लिए आवेदन 

नई दिल्ली :

PM Matritva Vandana Yojana: सरकार हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन करती है. लेकिन इसके बावजूद भी पात्र लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं. जी हां यहां बात हो रही है प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की. जिसके तहत पात्र महिलाओं को 6000 रुपए की आर्थिक मदद की जाती है. जानकारी के मुताबिक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली सभी महिलाएं पीएम मातृत्व योजना के लिए पात्र  मानी जाती हैं. आपको बता दें कि अलग-अलग राज्य भी महिलाओं को अपनी और से लाभ देते हैं. लेकिन पीएम मातृत्व वंदना योजना देश की योजना है. 

यह भी पढ़ें : अब टूर के साथ बच्चों को संस्कारी बनाएगा IRCTC, जानें क्या है हैरान करने वाला टूर पैकेज

गर्भवती महिलाओं को मिलते हैं पैसे
केन्द्र सरकार ऐसी महिलाओं को लाभ देती हैं जिनके पास कोई रोजगार नहीं है. साथ ही कमाई का भी कोई श्रोत नहीं है.साथ ही वे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करती हैं. महिलाओं बच्चे की देखभाल के लिए 6000 रुपए की धनराशि दी जाती है. ताकि महिला का बच्चा कूपोषण का शिकार न हो. स्कीम के तहत केन्द्र सरकार ये पैसा महिलाओं के खाते में तीन किस्तों में ट्रांसफर ( installments)करती है. ताकि छोटे बच्चों वाली महिला को खाने-पीने की तंगी न आ सके. योजना में आवेदन के लिए आंगनबाडी में संपर्क किया जा सकता है. 

यह भी पढ़ें : 1750 रुपए रोजाना के हिसाब से धार्मिक दर्शन कराएगा IRCTC, टूर पैकेज में तमाम सुविधाएं भी शामिल

ये नियम व शर्तें फॅालो करना जरूरी
आपको बता दें कि पीएम मातृत्व वंदना योजना का लाभ सिर्फ गर्भवती महिलाओं को ही दिया जाता है. साथ ही जिन महिलाओं ने पहली बार गर्भधारण किया है. ऐसी महिलाएं योजना का लाभ लेने के लिए पात्र मानी जाती हैं.. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत  1 जनवरी 2017 को हुई थी. इसको प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना के नाम से भी जाना जाता है. योजना का उद्देश्य मां और बच्चे दोनों की अच्छे से देखभाल करना है. ताकि गर्भवस्था के दौरान महिला के खान-पान संबंधी कोई परेशानी न आए..