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I.N.D.I.A. में दरार का जिम्मेदार अधीर रंजन चौधरी, TMC का बड़ा आरोप

गुरुवार को टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन का इस मामले में बड़ा बयान आया, उन्होंने अधीर रंजन चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि, वे ममता बनर्जी को "कमजोर" करने के लिए नियमित रूप से प्रेस वार्ता आयोजित करते हैं.

Updated on: 25 Jan 2024, 05:28 PM

नई दिल्ली :

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने I.N.D.I.A गठबंधन को बड़ा झटका दिया है. हाल ही में मुख्यमंत्री ने आगामी लोकसभा चुनाव में 'एकला चलो' फॉर्मूला अपनाते हुए तृणमूल कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिसके बाद विपक्षी महकमे में हंगामा मच गया है. गौरतलब है कि, TMC ने इस फरमान के पीछे की असल वजह कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को करार दिया है. आरोप लगया है कि, चौधरी भारतीय जनता पार्टी की भाषा बोलते हैं...

गौरतलब है कि, गुरुवार को टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन का इस मामले में बड़ा बयान आया, उन्होंने अधीर रंजन चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि, वे ममता बनर्जी को "कमजोर" करने के लिए नियमित रूप से प्रेस वार्ता आयोजित करते हैं.  उन्होंने कहा कि "बंगाल में गठबंधन के काम नहीं करने के तीन कारण हैं- अधीर रंजन चौधरी, अधीर रंजन चौधरी और अधीर रंजन चौधरी."

चौधरी ने भाजपा की भाषा बोली है...

उन्होंने आगे कहा कि, विपक्ष के I.N.D.I.A गुट में कई आलोचक हैं, लेकिन भाजपा और चौधरी उनमें सबसे बड़े हैं. चौधरी भाजपा के इशारे पर गठबंधन के खिलाफ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, आवाज चौधरी की है, लेकिन शब्द उन्हें दिल्ली में बैठे लोगों द्वारा निर्देशित किए जा रहे हैं. पिछले दो वर्षों में, अधीर चौधरी ने भाजपा की भाषा बोली है. उन्होंने एक बार भी बंगाल को केंद्रीय धन से वंचित किए जाने का मुद्दा नहीं उठाया है.

...तो पार्टी कांग्रेस का समर्थन करेगी

उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का समर्थन किया था. वह ममता बनर्जी को नीचा दिखाने के लिए विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और बीजेपी नेताओं के खिलाफ बमुश्किल बोलते हैं. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने ये भी संकेत दिया कि, अगर वह आम चुनाव में भाजपा को हराती है तो वह कांग्रेस का समर्थन करेगी. 

टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि, आम चुनावों के बाद, अगर कांग्रेस अपना काम करती है और पर्याप्त संख्या में सीटों पर भाजपा को हराती है, तो तृणमूल कांग्रेस उस मोर्चे का हिस्सा होगी जो संविधान और बहुलता में विश्वास करता है और उसके लिए लड़ता है.