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Exclusive: अतीक अहमद की भाभी बोलीं- मेरे पति की जान को खतरा, ये है यूपी पुलिस का प्लान

Umesh Pal Murder Case : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के मर्डर केस को लेकर योगी सरकार काफी सख्त है. इस मामले में अतीक अहमद और उनके परिवार के नाम सामने आए हैं.

Updated on: 15 Mar 2023, 06:09 PM

highlights

  • बरेली जेल मामले में अशरफ पर फर्जी मुकदमा लिखा गया है
  • जो लोग मारे गए इनका घटना से कोई लेना देना नहीं, बस नाम जोड़ा जा रहा है
  • उनके पति अशरफ की उमेश पाल हत्याकांड में कोई भूमिका नहीं

प्रयागराज:

Umesh Pal Murder Case : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के मर्डर केस को लेकर योगी सरकार काफी सख्त है. इस मामले में अतीक अहमद और उनके परिवार के नाम सामने आए हैं. इस बीच अतीक अहमद की भाभी जैनब फातिमा ने न्यूज नेशन से विशेष बातचीत में कहा कि उमेश पाल हत्याकांड से उनके परिवार का कोई लेनादेना नहीं है. मेरे पति अशरफ अहमद की जान को खतरा है. यूपी पुलिस और एसटीएफ जेल ट्रांसफर के दौरान मुठभेड़ दिखा कर मेरे पति को मार सकती है. (Umesh Pal Murder Case)

अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने कहा कि उमेश पाल मर्डर केस से मेरे पति अशरफ का कोई लेना देना नहीं है. मेरे पति ढाई साल से जेल में हैं. मैं खुद इस घटना से बहुत परेशान हूं, क्योंकि मेरे परिवार का नाम जोड़ा जा रहा है. उत्तर प्रदेश पुलिस अपने मन से किसी को भी इस घटना से जोड़कर उसकी हत्या कर दे रही है. इलाहाबाद में कुछ भी होता है तो उन्हीं लोगों (परिवार) का नाम जोड़ा जाता है. यूपी पुलिस मेरे परिवार को परेशान कर रही है, मेरे छोटे-छोटे 4 बच्चे हैं. (Umesh Pal Murder Case)

उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों को नहीं पहचानते हैं. हम अम्मी के पास रहते हैं, चकिया में ज्यादा रहते नहीं थे. असद पर घटना में शामिल होने के सवाल के जवाब में जैनब ने कहा कि असद को बड़े बड़े बाल में ही देखा था. सीसीटीवी में असद को पहचानने से इनकार किया. उन्होंने कहा जब भी असद को देखा बड़े बाल में देखा, घटना में जो लोग सीसीटीवी में दिखे उनमें से किसी को नहीं पहचानते हैं. (Umesh Pal Murder Case)

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अतीक अहमद की भाभी ने कहा कि बरेली जेल मामले में अशरफ पर फर्जी मुकदमा लिखा गया है. जेल में जब कोई बंद होता है तो उससे मिलने रिश्तेदार और घरवाले ही जाते हैं. मेरे भाई सद्दाम के ऊपर बरेली जेल मामले में पुलिस ने फर्जी मुकदमा लिखा है. सद्दाम और रिश्तेदार मिलने जाएंगे, लेकिन उनका कोई हाथ नहीं है. सद्दाम को बार बार जोड़ा जा रहा है और उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा भी लिख दिया. जो लोग मारे गए इनका घटना से कोई लेना देना नहीं, बस नाम जोड़ा जा रहा है. (Umesh Pal Murder Case)