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हाईटेक हो गई है रेलवे पुलिस, अब पेटीएम से लेती है घूस

ट्रेन में सफर के दौरान फौजी दम्पत्ति से घूस मांगने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है. घूस लेने के आरोप में दो आरपीएफ जवानों को बर्खास्त कर दिया गया है.

Updated on: 17 Jul 2019, 04:19 PM

कानपुर:

ट्रेन में सफर के दौरान फौजी दम्पत्ति से घूस मांगने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है. घूस लेने के आरोप में दो आरपीएफ जवानों (RPF Constable) को बर्खास्त कर दिया गया है. बर्खास्त सिपाहियों ने फौजी दम्पत्ति से चेन पुलिंग के नाम पर 10 हजार रुपये की घूस मांगी थी.

घूस की रकम पूरी न होने पर बाकी की रकम उन्होंने पेटीएम एप के जरिये अपने खाते में ट्रांसफर कराये थे. मामले की जांच आईजी रेलवे द्वारा कराई जा रही थी. रिपोर्ट में साक्ष्य सही पाये जाने पर यह कार्यवाही की गई. दरअसल बीते शुक्रवार को नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस कानपुर होते हुए रवाना हुई थी.

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इस दौरान गाड़ी में एस्कॉर्ट (सचल दल) की ड्यूटी पर अनवरगंज रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ सिपाही आशीष चौहान व रामनयन यादव भी सवार थे. गाड़ी में नई दिल्ली में बीएसएफ डीआईजी की सुरक्षा में तैनात पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी निवासी देवराम थापा ने भी रिजर्वेशन कराया था.

वह अपनी गर्भवती पत्नी के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे, लेकिन इस दौरान ट्रेन चल दी. जिस पर उन्होंने गाड़ी पर चढ़कर चेन पुलिंग कर दी और अपनी पत्नी के साथ बी-6 कोच में अलॉट सीट नम्बर 25 और 26 पर बैठ गए.

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चेन पुलिंग किये जाने पर गाड़ी में मौजूद रेलवे एस्कॉर्ट सिपाही आशीष चौहान व रामनयन यादव ने फौजी दम्पत्ति से कार्रवाई का हवाला देते हुए 10 हजार रुपये की घूस मांगी. घूस की रकम में फौजी दम्पत्ति ने सात हजार रुपये नकद दे दिये. अधिक नकदी न होने पर सिपाहियों ने बाकी की रकम पेटीएम करने को कहा.

जिस पर फौजी दम्पत्ति ने बाकी के तीन हजार रुपये भी पेटीएम के जरिए सिपाहियों के नंबर पर ट्रांसफर कर दी. सिपाहियों द्वारा मांगी गई घूस को लेकर फौजी ने आरपीएफ सिपाहियों की पूरी हरकत की शिकायत ट्विटर पर रेलमंत्री और डीजी (आरपीएफ) से कर दी.

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जिस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रेलवे सुरक्षा बल एसएन पांडेय ने प्रथम दृष्टया दोनों सिपाहियों को तत्काल निलम्बित कर दिया. आईजी रेलवे ने मामले की जांच प्रयागराज मंडल के डिप्टी एसपी अमरेश कुमार से कराई. जिसमें सिपाहियों पर लगे आरोप सही पाये गये. जांच रिपोर्ट के आधार पर बुधवार को आईजी रेलवे एसएन पांडेय ने दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया.