राम मंदिर शिलान्यास के बाद अब CM योगी के आवास पर दीपक जलाने और आतिशबाजी का कार्यक्रम
राम मंदिर शिलान्यास के बाद अब CM योगी के आवास पर दीपक जलाने और आतिशबाजी का कार्यक्रम
नई दिल्ली:
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर का शिलान्यास का ऐतिहासिक काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कर दिया है. इसके बाद से पूरे देश में धूम मची हुई है, पूरे देश में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद उत्सव का माहौल है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर 492 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर (Ram Mandir) का शिलान्यास कर दिया है. भूमिपूजन के बाद पीएम मोदी ने राम मंदिर की शिला रखी है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के अलावा तमाम बडे राजनेता और साधु संतों समेत 175 आमंत्रित लोग इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बने हैं.
#WATCH Chief Minister Yogi Adityanath lights firecrackers at his official residence in Lucknow as part of 'deepotsav.'
— ANI UP (@ANINewsUP) August 5, 2020
He attended the foundation stone laying ceremony of #RamTemple in Ayodhya earlier today. pic.twitter.com/y6Hux1TtTn
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव कार्यक्रम रखा इसके तहत सीएम योगी ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के शुभ अवसर पर अपने सरकारी आवास पर दीप जलाने के साथ आतिशबाजी भी की. आपको बता दें कि सीएम योगी ने बुधवार को अयोध्या में हुए राममंदिर शिलान्यास के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने देश के 492 वर्षों चले आ रहे विवाद को खत्म कर दिया.
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6 साल पहले पीएम मोदी ने की थी रामराज की अवधारणा
इसके पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को रामराज्य की अवधारणा से जोड़ते हुए बुधवार को कहा कि मंदिर के लिये संघर्ष की इस परिणति ने लोकतांत्रिक पद्धति और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं के समाधान की भारत की ताकत का एहसास कराया है. योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यह केवल मंदिर निर्माण के कार्यक्रम का शुभारंभ ही नहीं, बल्कि उसे भारत को दुनिया के सामने पेश करने का अवसर भी है जिसे आज से 6 वर्ष पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रामराज्य की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए आगे बढ़ाया था.
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492 वर्षों के कठिन संघर्ष के बाद सुलझा मामला
उन्होंने कहा कि रामराज्य, जिसमें किसी के साथ जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होगा. 'सबका साथ, सबका विकास' की भावना को चरितार्थ करते हुए जिस कार्यक्रम को छह वर्ष पहले आगे बढ़ाया गया था, भगवान राम का भव्य दिव्य मंदिर उनकी कीर्ति के अनुरूप भारत के यश और कीर्ति को देश और दुनिया में इसी के रूप में आगे बढ़ाने का काम करेगा. 'जय श्री राम' के साथ अपना संबोधन शुरू करने वाले मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 वर्षों का एक लंबा बड़ा और कड़ा संघर्ष हुआ, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक पद्धति से और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है, भारत ने दुनिया की सभी ताकतों को इस बात का एहसास कराया है.
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अवधपुरी दुनिया की सबसे समृद्ध नगरी होगी
योगी ने कहा जो सपना हम सब ने देखा है, मुझे लगता है कि उसका एहसास तीन वर्ष पहले अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन के साथ आप सबने किया होगा. आज उस कार्यक्रम की सिद्धि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य के भूमि पूजन का फल हम सब को देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का काम श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास करेगा लेकिन अवधपुरी को दुनिया की सबसे वैभवशाली और सबसे समृद्धशाली नगरी के रूप में भौतिक विकास की दृष्टि में सांस्कृतिक परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने के संकल्प के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सरयू नदी पर आरती की.
#WATCH Ayodhya: RSS chief Mohan Bhagwat performs 'Aarti' at the banks of Saryu river.
He also attended the foundation stone laying event of #RamTemple, which was held earlier today. pic.twitter.com/ydiwmQ5bgF
— ANI UP (@ANINewsUP) August 5, 2020
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