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Ram Mandir: अयोध्या का भव्य राम मंदिर किन मामलों में होगा सबसे अलग, जानें 10 पॉइंट में    

Ram Mandir: राममंदिर ट्रस्ट सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने की तैयारी चल रही है. जिला अधिकारी के साथ अन्य अफसर सीएम योगी आदित्यनाथ के टच में हैं

Updated on: 05 Jan 2024, 06:10 PM

नई दिल्ली:

Ram Mandir:  राममंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम अयोध्या में 22 जनवरी को होगा. इससे पहले राममंदिर का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है. पीएम मोदी के आने के कारण तैयारियों में भव्यता देखी जा रही है. इसके लिए देशभर में निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं. इस कार्यक्रम में कई वीवीआईपी मेहमानों के आने की संभावना है. इसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. आम लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आने की अपील की है. राममंदिर ट्रस्ट सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने की ओर है.

जिला अधिकारी के साथ अन्य अफसर सीएम योगी आदित्यनाथ के टच में हैं. हर छोटी-छोटी बात का ध्यान रखा जा रहा है. इस बीच मंदिर ट्रस्ट ने यहां की खास तस्वीरों को जारी किया है. फोटो के जरिए यह बताने की कोशिश हो रही है कि राम मंदिर में क्या तैयारियां पूरी हो गई हैं. ट्रस्ट ने मंदिर की खासियत के बारे में झलक दी है. 

राम मंदिर की दस बड़ी विशेषताएं 

1. यह मंदिर बहुमंजिला है, इसकी लंबाई 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट होने वाली है. 

2. मंदिर में पांच मंडप होंगे, पहला नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप 

3. खंभों व दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की आकृतियों को उकेरा गया है. 

4. दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए मंदिर में रैम्प व लिफ्ट की व्यवस्था की जाएगी. 

5. मंदिर के पास पौराणिक काल का सीताकूप रहने वाला है. 

6. मंदिर के दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीले पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. यहां पर जटायु प्रतिमा स्थापना की गई है. 

7. मंदिर में लोहे का प्रयोग नहीं होगा. जमीन पर बिल्कुल भी कंक्रीट नहीं है. 

8. मंदिर परिसर के अंदर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, अग्निशमन को लेकर जल व्यवस्था तथा स्वतंत्र पॉवर स्टेशन का निर्माण किया गया है. 

9. एक दर्शनार्थी सुविधा केंद्र का निर्माण भी किया गया है. ये  25 हजार की क्षमता वाला होगा. यहां पर लॉकर व चिकित्सा सुविधा रहेगी. 

10. मंदिर का निर्माण पूरी तरह से स्वदेशी परंपरा से हुआ है. पर्यावरण जल संरक्षण का खास इंतजाम किया गया है.