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बिजनौर की हिंसा में सामने आया इस पार्टी का हाथ, क्राइम ब्रांच कर रही मामले की जांच

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए बवाल में शाहीन बाग में हुई हिंसा में भी दिल्ली की क्राइम ब्रांच को इस पार्टी और बांग्लादेशियों का हाथ होने की अहम जानकारी मिली थी.

Updated on: 02 Feb 2020, 09:02 AM

highlights

  • नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए बवाल में शाहीन बाग में हुई हिंसा इस पार्टी का रोल आया सामने. 
  • दिल्ली पुलिस ने भी शाहीन बाग हिंसा में कई बांग्लादेशियों को भी हिरासत में लिया गया था.
  • बिजनौर में हुई हिंसा के पीछे भी हो सकता है फंडिंग का खुलासा.

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए बवाल में शाहीन बाग में हुई हिंसा में भी दिल्ली की क्राइम ब्रांच को पीएफआई (Popular Front of India) और बांग्लादेशियों का हाथ होने की अहम जानकारी मिली थी. दिल्ली पुलिस ने भी शाहीन बाग हिंसा में कई बांग्लादेशियों को भी हिरासत में लिया गया था. इसी के साथ-साथ फंडिग की बिजनौर में जांच कर रही पुलिस एवं विभिन्न एजेंसियों को भी अहम सुराग हाथ लगे हैं. साथ पुलिस ने कई लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि इसके खातों की जांच एवं पूछताछ के दौरान अहम सुराग मिले हैं.
सूत्रों की मानें तो भीड़ एकत्रित करने के लिए लोगों में पैसा भी बांटा गया हालांकि पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर पाई है. मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी ने बताया कि कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है, शीध्र ही मामले का खुलासा हो जाएगा.

सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान विभिन्न स्थानों पर हुए बवाल और भीड़ के मामले में पीएफआई फंडिंग का मामला प्रकाश में आने के बाद बिजनौर में भी पुलिस एवं विभिन्न जांच एंजेसिया जांच कर रही है. पुलिस ने बैंकों ने कुछ संदिग्ध खातों की जानकारी जुटा कई लोगों को हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि इनके खातों में बाहर से रकम आई.

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स्थानीय पुलिस जो कल तक केवल मामले की जांच करने की बात कह रही थी वह भी अब इसमें सुराग मिलने की बात कह रही है हालांकि अभी स्पष्ट रूप से पुलिस अधिकारी खुलासा नहीं कर रहे है, लेकिन सूत्रों की माने तो कुछ खातों में मोटी रकम आई. पुलिस का मानना है कि यह रकम सीएए के विरोध प्रदर्शन के लिए भीड़ एकत्रित करने के लिए भेजी गई.

बता दें कि बिजनौर में भी बीस दिसंबर को सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान जिले में बवाल हो गया था. नहटौर में पथराव, आगजनी और गोलीबारी हुई. इसमें दो लोग भी मारे गए थे. एक दरोगा की रिवाल्वर भी बवालियों ने लूट ली थी.

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इसके साथ ही नगीना, नजीबाबाद और बिजनौर में भी बवाल हुआ. पुलिस ने बवाल के 31 मुकदमे दर्ज करते हुए 146 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पुलिस को पीआईएफ के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. शीघ्र ही पुलिस इसका खुलासा करेगी. - इस मामले में जांच चल रही है. कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है.एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र ने कहा कि जल्द ही खुलासा किया जाएगा.