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कुमारस्वामी ने इशारों ही इशारों में साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा- पिछले चुनाव में...

कुमारस्वामी ने कहा, चुनाव हुए लेकिन हम 37 सीटें ही जीत पाए, इसकी खास वजह ये थी कि अल्पसंख्यक भाई बहनों ने हमें वोट नहीं दिया

Updated on: 08 Jun 2019, 08:31 AM

highlights

  • कुमारस्वामी ने इशारों ही इशारों में साधा कांग्रेस पर निशाना 
  • कहा- विधानसभा चुनावों में मुसलमानों को बहकाया गया
  • कुमारस्वामी ने कन्वेंशन में अपने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

नई दिल्ली:

कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी कुमारस्वामी ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर निशाना साधा है. कन्वेंशन में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, मुलमानों को कुछ लोगों ने गलत बातें बता कर बरगलाया गया है. मुसलमानों से कहा गया कि विधानसभा चुनाव के बाद जेडीएस बीजेपी का साथ देगी, लिहाजा मुसलमानों ने जेडीएस को वोट नही दिया और जेडीएस को पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में सिर्फ 37 सीटें मिली.

उन्होंने कहा, ' चुनाव हुए लेकिन हम 37 सीटें ही जीत पाए, इसकी खास वजह ये थी कि अल्पसंख्यक भाई बहनों ने हमें वोट नहीं दिया. पिछले चुनाव में कुछ लोगों ने आपको बरगला दिया ये कहा कि जेडीएस को वोट दोगे तो JDS, BJP के साथ चली जाएगी. आपका वोट BJP को ही देने जैसा हो जाएगा, ये कहकर सुनियोजित तरीके से दुष्प्रचार किया अलग-अलग समूह बनाकर पूरे राज्य में ये बात फैलाई, कुछ रिटायर्ड अधिकारियों की भी मदद ली और कहीं न कहीं मेरे मुसलमान भाई बहन उनके बहकावे में आ गए जिसके चलते हमें अपेक्षित सीटें नहीं मिल पाई और BJP को फायदा हो गया.'

बता दें, 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 104 सीटे मिली थीं और वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. कांग्रेस को 78, जेडीएस को 37, बसपा को 1, केपीजेपी को 1 और अन्य को 2 सीटे मिली थीं. सबसे बड़ी पार्टी होने चलते बीजेपी ने सरकार तो बना ली पर विश्‍वास प्रस्‍ताव पर चर्चा से पहले ही सीएम बीएस येदियुरप्‍पा ने इस्‍तीफा दे दिया था. बाद में कांग्रेस और कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस ने गठबंधन कर राज्य में सरकार बनाई थी, लेकिन अब कुमारस्वामी की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्‍पा बीच-बीच में सरकार पर संकट के दावे करते रहते हैं. लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद ऐसी खबरें आ रही हैं कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी संग मिलकर सरकार बना सकते हैं. हालांकि आधिकारिक रूप से अभी कोई संकेत सामने नहीं आए हैं.