logo-image

खुशवंत सिंह की किताब को अश्लील करार दे रेल अधिकारी ने बिक्री से रोका, भोपाल रेलवे स्टेशन की घटना

भोपाल रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान पीएससी के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने दिग्गज लेखक खुशवंत सिंह की किताब 'वूमेन, सेक्स, लव एंड लस्ट' को अश्लील करार देते हुए उसकी बिक्री से तुरंत बाज आने को कहा.

Updated on: 21 Nov 2019, 01:23 PM

highlights

  • खुशवंत सिंह की किताब 'वूमेन, सेक्स, लव एंड लस्ट' को अश्लील करार दिया.
  • रेल यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न कर रहे स्टेशन का निरीक्षण.
  • इसके पहले चेतन भगत की किताब 'हाफ गर्लफ्रैंड' को भी ऐसे ही हटाने को कहा था.

Bhopal:

रेल यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त एक राजनीतिक शख्स को क्या अपनी निजी पसंद-नापंसद के आधार पर किसी किताब की बिक्री रोकने का अधिकार है? भोपाल रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान पीएससी के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने दिग्गज लेखक खुशवंत सिंह की किताब 'वूमेन, सेक्स, लव एंड लस्ट' को अश्लील करार देते हुए उसकी बिक्री से तुरंत बाज आने को कहा. उनका कहना था कि ऐसा साहित्य भावी पीढ़ियों को 'बिगाड़' रहा है. गौरतलब है कि रमेश चंद्र रत्न बीजेपी के नेता होने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में वकील भी रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः गुजरात के पूर्व गृहमंत्री हरेन पांड्या की हत्या के दोषियों की सजा बरकरार, SC ने खारिज की पुनर्विचार याचिका

दी भारी जुर्माने की चेतावनी
रत्न ने इसके साथ ही स्टेशन के वैंडर से ऐसा अश्लील साहित्य बेचने से बाज आने को कहा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आगे वह ऐसी किताबें बेंचते हुए पकड़ा गया, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी. रत्न ने इसके साथ ही गर्भवास्था पर जानकारी देती एक किताब को भी बुक शेल्फ से हटाने को कहा. उनका कहना था कि बुक स्टोर पर हर तरह के लोग किताबें खरीदने पहुंचतते हैं. ऐसे में भावी पीढ़ियों को बिगाड़ने वाले साहित्य की बिक्री नहीं होनी चाहिए.

यह भी पढ़ेंः 'सुरक्षा मामलों की समिति में आतंकी! भगवान राम भी देश नहीं बचा सकते', साध्‍वी प्रज्ञा को लेकर भड़की कांग्रेस

चेतन भगत की किताब पर भी लगा चुके हैं रोक
ताज्जुब की बात यह थी कि जब उन्हें बताया गया कि जिस किताब पर उन्होंने आपत्ति दर्ज की है, वह एक ख्यात लेखक की किताब है, जिन्हें प्रतिष्ठि नागरिक सम्मानों से नवाजा जा चुका है. इसके जवाब में रमेश रत्न ने कहा, 'भले ही लेखक कोई भी हो... मैं साफ कर देना चाहता हूं कि कानून के लिहाज से इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है.यह रेलवे का स्टॉल है, जो नियम-कायदों और सिस्टम से ही चलेगा.' गौतरलब है कि लगभग दो महीने पहले रत्न ने नई दिल्ली स्टेशन का निरीक्षण करते हुए चेतन भगत की किताब 'हाफ गर्लफ्रैंड' को भी ऐसे ही आरोपों के चलते बुक शेल्फ से हटाने के आदेश दिए थे.