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धार्मिक नगरी उज्जैन में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन आज से शुरू

सम्मेलन में क्षिप्रा सहित देश की नदियों की स्थिति पर चर्चा होगी. इसमें समिट में कई सत्र होंगे और कई महत्वपूर्ण अधिकारियों की बैठकें की जाएंगी.

Updated on: 16 Dec 2019, 07:41 AM

highlights

  • उज्जैन (Religious City Ujjain) में सोमवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. 
  • सम्मेलन में क्षिप्रा सहित देश की नदियों की स्थिति पर चर्चा होगी. 
  • इसमें समिट में कई सत्र होंगे और कई महत्वपूर्ण अधिकारियों की बैठकें की जाएंगी. 

उज्जैन:

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की धार्मिक नगरी कहे जाने वाले शहर उज्जैन (Religious City Ujjain) में सोमवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. सम्मेलन में क्षिप्रा सहित देश की नदियों की स्थिति पर चर्चा होगी. इसमें समिट में कई सत्र होंगे और कई महत्वपूर्ण अधिकारियों की बैठकें की जाएंगी. 

जल जन जोड़ो अभियान के संयोजक डॉ. संजय सिंह ने रविवार को बताया कि इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में 'जलपुरुष' राजेंद्र सिंह, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति बी.के. शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहेंगे.

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उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत के समाज को नदियों से जोड़ना है. सम्मेलन के पहले दिन क्षिप्रा नदी के तट पर जलयात्रा निकाली जाएगी.

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आयोजनकर्ताओं ने बताया कि जलयात्रा में तीन हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे. रोटरी क्लब के पूर्व गवर्नर डॉ. रवि प्रकाश लंगर ने कहा कि देश की अधिकांश नदियां अपने निम्नतम प्रवाह में बह रही हैं. इससे नदी किनारे के परिवार प्रभावित हो रहे हैं, साथ ही सूखा और जलसंकट बढ़ रहा है.