logo-image

किसान कर्जमाफी को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत, सीएम कमलनाथ ने कही ये बड़ी बात

किसानों की कर्जमाफी का मुद्दे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने करारा जवाब दिया है.

Updated on: 12 Oct 2019, 04:22 PM

highlights

  • मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में किसान कर्जमाफी पर बवाल हो रहा है.
  • किसानों की कर्जमाफी का मुद्दे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने करारा जवाब दिया है.
  • अभी ऋण माफी के पहले दौर में सरकार ने 50 हजार रुपये तक के ही ऋण माफ किए हैं.

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में किसान कर्जमाफी पर बवाल हो रहा है. कांग्रेस (Congress) नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindhiya) के किसान कर्ज माफी को लेकर सरकार को घेरा. सिंधिया के बाद उनके समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyumn singh Tomar) ने उनका समर्थन किया तो pwd मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan singh Verma) भी खुलकर सरकार के समर्थन में आ गए. अब सीएम कमलनाथ (CM kamalnath) ने ट्वीट कर ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना लगाया है.

किसानों की कर्जमाफी का मुद्दे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने करारा जवाब दिया है. कमलनाथ ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ठीक ही कहा है. अभी ऋण माफी के पहले दौर में सरकार ने 50 हजार रुपये तक के ही ऋण माफ किए हैं.

यह भी पढ़ें: सलमान खुर्शीद के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बोले, कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है

कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'मैं मानता हूं कि हमने 2 लाख रूपयों तक के कृषि ऋण को माफ करने का वादा किया है. सरकार जल्दी ही 2 लाख रूपयों तक के किसानी कर्जे भी माफ करेगी.' उन्होंने आगे कहा कि मैं जानता हूं कि जनता को सरकार पर पूरा भरोसा है.
कमलनाथ सरकार की किसान कर्ज माफी पर उठाए थे सवाल

यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी और हिन्दुओं को लेकर दिया ये विवादित बयान

बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भिंड में कार्यकर्ता सम्मेलन में कमलनाथ सरकार को संकट की घड़ी में जनता के साथ खड़े होने की बात कही थी. उन्होंने इसी कार्यक्रम में कमलनाथ सरकार को किसान कर्ज माफी के लिए भी घेरा था. उन्होंने कहा कि किसानों के केवल 50 हजार रूपए ही माफ किए गए हैं, जबकि सरकार ने दो लाख तक की बात कही थी. सरकार को किसानों का पूरा कर्ज माफ करना चाहिए.