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श्रीनगर: 2 साल बाद हज यात्रियों का पहला दल सऊदी अरब को रवाना

जम्मू और कश्मीर केंद्रशाषित प्रदेश से हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब के लिए रवाना हो गया है. कोरोना महामारी की वजह से दो साल के बाद हज यात्रा हो रही है, जिसमें शामिल होने के लिए हज यात्रियों का पहला जत्था मदीना के लिए रवाना हो गया है. हज यात्रियों ने श्रीनगर के बेमिना हज हाउस में अपनी यात्रा की कागजी कार्रवाईयों...

Updated on: 05 Jun 2022, 10:11 AM

highlights

  • हज यात्रियों का दल मदीना के लिए रवाना
  • श्रीनगर से रवाना हुई हज यात्रियों की पहली फ्लाइट
  • कोरोना की वजह से दो साल नहीं हुई थी हज यात्रा

श्रीनगर:

जम्मू और कश्मीर केंद्रशाषित प्रदेश से हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब के लिए रवाना हो गया है. कोरोना महामारी की वजह से दो साल के बाद हज यात्रा हो रही है, जिसमें शामिल होने के लिए हज यात्रियों का पहला जत्था मदीना के लिए रवाना हो गया है. हज यात्रियों ने श्रीनगर के बेमिना हज हाउस में अपनी यात्रा की कागजी कार्रवाईयों को पूरा किया और एयरपोर्ट से मदीना के लिए रवाना हो गए. पहले ये फ्लाइट 31 मई को ही निकलने वाली थी, लेकिन बाद में इसकी तारीख 5 दिन बढ़ा दी गई थी.

जम्मू-कश्मीर से 5196 हज यात्रियों का कोटा

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से इस साल 5196 लोग हज यात्रा पर जाएंगे. वहीं, हज यात्रा के लिए भारत का कोटा कुल 79,237 यात्रियों का है, जिसमें से 56,601 भारतीय हज समिति के माध्यम से जा रहे हैं, तो अन्य निजी टूर ऑपरेटर के जरिए जा रहे हैं. इस साल 65 वर्ष से अधिक उम्र के जायरीन हज यात्रा पर नहीं जा पा रहे हैं. ऐसा सऊदी अरब सरकार की तरफ से बनाए नियमों की वजह से है.

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आखिरी बार साल 2019 में हुई थी हज यात्रा

गौरतलब है कि आखिरी हज यात्रा वर्ष 2019 में हुई थी, तब देशभर से करीब दो लाख लोग गए थे. कोरोना के कारण 2020 में यात्रा रद्द हो गई और पिछले साल भी हज यात्रा के लिए आवेदन आए थे, लेकिन सऊदी अरब सरकार ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी जिससे यात्रा नहीं हो सकी.