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जम्मू-कश्मीर में मुहर्रम पर कर्फ्यू जैसे हालात, किसी अप्रिय घटना को टालने का प्रयास

संवेदनशील इलाकों में भी प्रतिबंध भी लगा दिया गया है. मुहर्रम का जुलूस 10 सितंबर यानी मंगलवार को निकाला जाएगा

Updated on: 09 Sep 2019, 09:22 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी में हालात सामन्य हो ही रहे थे कि फिर एक बार रविवार से वहां प्रतिबंध लगा दिया गया. दरअसल प्रशासन को आशंका है कि मुहर्रम के दिन निकाले जाने वाले जुलूस में हिंसा हो सकती है. यही वजह है कि रविवार को घाटी में ज्यादातर दुकानें बंद रहीं. वहीं संवेदनशील इलाकों में भी प्रतिबंध भी लगा दिया गया है. मुहर्रम का जुलूस 10 सितंबर यानी मंगलवार को निकाला जाएगा.

बता दें, 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद प्रतिबंधों के साये में जी रही घाटी के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे थे. लोग सड़कों पर दिखने लगे थे और बाजारों में रौनक धीरे-धीरे बढ़ने लगी थी. लेकिन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन को यह शांति रास नहीं आई. उसने स्थानीय दुकानदारों, शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक परिवहन, फल मंडियों और पेट्रोल पंपों को बंद रखने का फरमान जारी किया. हिजबुल मुजाहिदीन के शोपियां जिला कमांडर नावीद बाबू उर्फ बाबर आजम के हस्ताक्षर से जारी इस पत्र में कहा गया कि ऐसा नहीं करने पर उन्हें आईईडी विस्फोट से उड़ा दिया जाएगा. इस बीच प्रशासन को खूफिया इनपुट मिला है कि मुहर्रम के जुलूज में हिंसा फैलाने की कोशिश की जा सकती है जिसके बाद एक बार फिर घाटी के कई इलाकों में प्रतिबंध लगा दिया गया है.

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किन-किन इलाकों में लगाई गईं पाबंदियां?

घाटी के जिन इलाकों में पाबंदी लगाई गई है उनमें लाल चौक और उसके साथ सटे इलाके शामिल हैं. इसके अलावा सोपोर, पट्टन, बारामुला, बडगाम, मागाम, गांदरबल, पुलवामा, अनंतनाग और कुलगाम में भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस प्रतिबंध का असर लोगों पर भी साफ दिखाई दे रहा है. सड़कों पर गाड़ियां कम नजर आ रही हैं, वहीं ज्यादातर दुकानें भी बंद हैं.

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वहीं दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में पाकिस्तान की ओर से लगातार नापाक हरकत की जा रही है, जिसका खामियाजा वहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. भारतीय सेना भी पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रही है. हालांकि, पाकिस्तान की गोलीबारी में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. नौशेरा के पुलिस उपाधीक्षक बृजेश ने बताया कि पाकिस्तान सेना ने एक बार फिर राजौरी जिले के नौशेरा में सीजफायर का उल्लंघन किया, जिससे नौशेरा के कलाल और डीइंग गांव में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए. इस दौरान भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी की. पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलीबारी करने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.