MCD के नए सदस्यों में बाहुबल और धनबल का बोलबाला
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नए सदस्यों के बीच बाहुबल और धनबल का बोलबाला है, जो 7 दिसंबर के चुनाव परिणामों में विजेता बनकर उभरे हैं. विश्लेषण किए गए 248 विजयी उम्मीदवारों में से 42 (17 प्रतिशत) विजेताओं ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे. जबकि वर्ष 2017 में 266 पार्षदों के विश्लेषण में से 26 (10 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे. एसोसिएशन फॉर डेमोकेट्रिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और दिल्ली इलेक्शन वॉच ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव 2022 में जीतने वाले 250 उम्मीदवारों में से 248 के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण किया.
नई दिल्ली:
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नए सदस्यों के बीच बाहुबल और धनबल का बोलबाला है, जो 7 दिसंबर के चुनाव परिणामों में विजेता बनकर उभरे हैं. विश्लेषण किए गए 248 विजयी उम्मीदवारों में से 42 (17 प्रतिशत) विजेताओं ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे. जबकि वर्ष 2017 में 266 पार्षदों के विश्लेषण में से 26 (10 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे. एसोसिएशन फॉर डेमोकेट्रिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और दिल्ली इलेक्शन वॉच ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव 2022 में जीतने वाले 250 उम्मीदवारों में से 248 के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण किया.
इस रिपोर्ट को बनाते समय एसईसी दिल्ली की वेबसाइट पर उनके स्पष्ट और पूर्ण हलफनामों की अनुपलब्धता के कारण दो विजयी उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 (8 फीसदी) विजेताओं ने इस साल अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं और एक विजेता ने हत्या के प्रयास (आईपीसी की धारा-307) का मामला घोषित किया है. इसी तरह, तीन विजेताओं ने महिलाओं के खिलाफ अपराध का मामला घोषित किया था.
जहां तक आपराधिक मामलों वाले पाटीर्वार विजयी उम्मीदवारों का संबंध है, आप के 132 विजयी उम्मीदवारों में से 27 (21 प्रतिशत), भाजपा के 104 विजयी उम्मीदवारों में से 12 (12 प्रतिशत), दो (67 प्रतिशत) जीते तीन निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों में से एक और कांग्रेस के नौ विजेताओं में से एक (11 प्रतिशत) ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे.
इसी तरह, आप के 132 विजयी उम्मीदवारों में से 12 (9 प्रतिशत), भाजपा के 104 विजयी उम्मीदवारों में से छह (6 प्रतिशत) और तीन निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों में से एक (33 प्रतिशत) ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
जीतने वाले उम्मीदवारों की संपत्ति के एडीआर विश्लेषण से पता चला कि 248 जीतने वाले उम्मीदवारों में से 167 (67 प्रतिशत) करोड़पति है. 2017 में एमसीडी चुनावों के दौरान विश्लेषण किए गए 266 पार्षदों में से 135 (51 प्रतिशत) पार्षद करोड़पति थे.
जहां तक पार्टी-वार करोड़पति जीतने वाले उम्मीदवारों का संबंध है, भाजपा के 104 में से 82 (79 प्रतिशत), आप के 132 में से 77 (58 प्रतिशत), कांग्रेस के नौ में से छह (67 प्रतिशत) और तीन निर्दलीय विजयी उम्मीदवारों में से दो (67 प्रतिशत) ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है.
एमसीडी चुनाव 2022 में जीतने वाले उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.33 करोड़ रुपए है. एमसीडी चुनाव 2017 में प्रति पार्षदों की औसत संपत्ति 2.94 करोड़ रुपए थी. भाजपा के 104 विजयी उम्मीदवारों की प्रति विजयी उम्मीदवार की औसत संपत्ति 5.29 करोड़ रुपये, आप के 132 उम्मीदवारों की 3.56 करोड़ रुपये, कांग्रेस के नौ विजयी उम्मीदवारों की 4.09 करोड़ रुपये और तीन निर्दलीय उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.53 करोड़ रुपये है.
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