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दिल्ली में छाया पोस्टर वॉर, जगह-जगह लगे गौतम गंभीर के लापता होने के पोस्टर

पिछले दिनों बीजेपी सासंद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर की इंदौर में जलेबी खाते हुए फोटो वायरल हुई थी जिसके बाद उनपर खूब निशाना साधा गया था

Updated on: 17 Nov 2019, 09:22 AM

नई दिल्ली:

पिछले दिनों बीजेपी सासंद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर की इंदौर में जलेबी खाते हुए फोटो वायरल हुई थी जिसके बाद उनपर खूब निशाना साधा गया था. उन पर आरोप लगया गया था कि एक तरफ जहां दिल्ली प्रदूषण से बेहाल है तो वहीं दिल्ली के सांसद इंदौर में जलेबी के मजे ले रहे हैं. गौतम गंभीर पर लगे इन आरोपों के बाद अब दिल्ली में गौतम गंभीर के पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर्स पर लापता लिखा हुआ है, साथ ही गौतम गंभीर की तस्वीर लगाई गई है. इस पोस्टर में लिखा गया है, 'क्या आपने इन्हें देखा है. आखिरी बार इंदौर में जलेबी खाते हुए देखा था. पूरी दिल्ली इन्हें ढूंढ रही है.'  

दरअसल गौतम गंभीर को लेकर ये पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब दिल्ली-एनसीआर में छाए प्रदूषण को लेकर बुलाई गई बैठक में जिम्मेदार विभागों के अधिकारी नहीं पहुंचे जिसके चलते बैठक को रद करवा पड़ा. संसद की स्थायी समिति में इसके स्थायी सदस्य हेमा मालिनी और गौतम गंभीर भी बैठक में नहीं पहुंचे. जबकि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद भी हैं. उधर गौतम गंभीर के बैठक में न पहुंचने पर आम आदमी पार्टी ने उन पर निशाना साधा. आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाया कि प्रदूषण को लेकर गंभीरता क्‍या केवल कमेंट्री बॉक्‍स तक ही सीमित है. आम आदमी पार्टी ने कहा कि शुक्रवार को संसदीय कमेटी की बैठक थी, इसका एजेंडा दिल्‍ली एनसीआर में प्रदूषण था, इसके लिए काफी पहले ही जानकारी दे दी गई थी, लेकिन पूर्वी दिल्‍ली से सांसद गौतम गंभीर इसमें नहीं आए.

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खास बात यह भी थी कि इस ट्वीट के साथ गौतम गंभीर की एक तस्‍वीर भी शेयर की गई, जिसमें गौतम गंभीर इंदौर में भारत बांग्‍लादेश टेस्‍ट मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए दिखे, उसके साथ भारतीय टीम के पूर्व कलात्‍मक बल्‍लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भी थे. गौतम गंभीर इसमें जलेबी खाते हुए दिखे. दरअसल गौतम गंभीर की जो तस्‍वीर शेयर की गई, वह वीवीएस लक्ष्मण ने ही पहले शेयर की थी, जिसे आम आदमी पार्टी ने हाथों हाथ लपक लिया.

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गौरतलब है कि शुक्रवार को शहरी विकास के लिए गठित संसद की स्थायी समिति ने प्रदूषण पर चर्चा के लिए बैठक का आयोजन किया था. इसमें शहरी विकास और आवास मंत्रालय से जुड़े मंत्रियों समेत अधिकारियों को शामिल होना था. इन अधिकारियों में दिल्ली विकास प्राधिकरण, नई दिल्ली नगर निगम, सीबीडब्ल्यूडी और एनबीसीसी समेत नगर निगम के अधिकारी खासतौर पर शामिल होने थे, लेकिन ऐन मौके पर दिल्ली नगर निगम के तीन आयुक्तों समेत डीडीए के उपायुक्त, पर्यावरण विभाग के सचिव और संयुक्त सचिव बैठक में नहीं पहुंचे. जाहिर है कोरम पूरा नहीं होने और जिम्मेदार विभागों का प्रतिनिधित्व नहीं होने पर बैठक को रद्द कर दिया गया. हालांकि संसद की स्थायी समिति ने अधिकारियों की गैरमौजूदगी को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ गंभीर टिप्पणी दर्ज की है.