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लालू की जमानत रद्द होगी या नहीं? SC में अगली सुनवाई 17 अक्टूबर को 

सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दाखिल की गई याचिका के विरोध में लालू यादव द्वारा दाखिल किए गए हलफनामें पर सुनवाई की और दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले में अगली सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा 17 अक्टूबर 2023 की तिथि तय की गई है.

Updated on: 25 Aug 2023, 05:36 PM

highlights

  • सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की याचिका पर की सुनवाई
  • याचिका के खिलाफ लालू यादव ने दाखिल किया है हलफनामा
  • लालू के हलफनामें पर आज हुई सुनवाई
  • अगली सुनवाई 17 अक्टूबर को होगी
  • सीबीआी ने लालू की बेल रिजेक्ट करने की याचिका दाखिल की है

Delhi:

बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता व बेल पर बाहर चल रहे लालू यादव की जमानत को रद्द कराने के लिए सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. आज यानि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दाखिल की गई याचिका के विरोध में लालू यादव द्वारा दाखिल किए गए हलफनामें पर सुनवाई की और दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले में अगली सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा 17 अक्टूबर 2023 की तिथि तय की गई है. लालू यादव की जमानत रद्द की जाएगी या उन्हें जमानत मिली रहेगी इसपर अब 17 अक्टूबर 2023 को अगली सुनवाई होगी.

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बता दें कि लालू यादव को चर्चित चारा घोटाला के 5 मामलों में दोषी पाए गए हैं। डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ 50 लाख रुपये की निकासी से जुड़े मामले में उन्हें 5 साल की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद आधी सजा की अवधि पूरी करने के बाद उन्हें झारखंड हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी. लालू पर  चाईबासा, देवघर, डोरंडा, दुमका चारा घोटाला में केस दर्ज हैं.

सीबीआई ने क्या कहा है याचिका में?

सीबीआई द्वारा लालू की जमानत को चुनौती देते हुए कहा गया है कि लालू को बेल खराब तबीयत और इलाज के लिए मिला था, अब वो पूरी तरह स्वस्थ हैं. इसलिए उन्हें सजा पूरी करने के लिए जेल भेजा जाना चाहिए. वहीं, सीबीआई द्वारा दाखिल की गई याचिका के जवाब में लालू ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया है और हलफनामें पर आज यानि शुक्रवार को सुनवाई हुई है.

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बता दें कि 18 अगस्त, 2022 को झारखंड हाईकोर्ट ने लालू यादव को चारा घोटाला मामले में जमानत दे दी थी, जिसके खिलाफ सीबाआई ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए याचिका लगाई थी. जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था. बता दें कि याचिका में कहा गया था कि झारखंड हाईकोर्ट ने जिस आधार पर लालू यादव को जमानत दिया है, वह गलत है. लालू यादव ने सजा के अनुसार समय जेल में बिताया ही नहीं है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से पहले कहा कि उसे न्यायलय पर पूरा भरोसा है और कोर्ट से न्याय जरूर मिलेगा. 

बीजेपी ने कसा तंज

बता दें कि लालू यादव की सुनवाई पर भारतीय जनता पार्टी ने तंज करते हुए कहा कि जो जैसा करेगा रिजल्ट भी उसी तरीके का आएगा, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन के बिहार में सभी दलों का यह मानना है कि लालू प्रसाद यादव पर भारतीय जनता पार्टी दबाव बना रही है.

वहीं, बिहार विधान परिषद के सदस्य रामबली चंद्रवंशी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई हो रही है. हमें कोर्ट पर भरोसा है, लेकिन जिस तरीके से सीबीआई भारतीय जनता पार्टी क्रियाकलाप कर रही है. वह कहीं से उचित नहीं है. लालू प्रसाद यादव पर इस तरीके की कार्रवाई स्पष्ट करती है कि आने वाले दिनों में जो चुनाव है, उसे पर प्रभाव डालने की कोशिश की जा रही है.