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दरभंगा एम्स पर 'संग्राम', डिप्टी सीएम और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री में ट्विटर वॉर

बिहार में दरभंगा एम्स पर एक बार फिर सियासत गरमाने लगी है. इस बार सियासत की वजह प्रधानमंत्री का वो बयान है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए दरभंगा एम्स का जिक्र किया.

Updated on: 13 Aug 2023, 04:38 PM

highlights

  • दरभंगा एम्स पर 'संग्राम'
  • पीएम मोदी के बयान पर घमासान
  • तेजस्वी यादव ने पत्र लिख केंद्र से किया सवाल

Patna:

बिहार में दरभंगा एम्स पर एक बार फिर सियासत गरमाने लगी है. इस बार सियासत की वजह प्रधानमंत्री का वो बयान है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए दरभंगा एम्स का जिक्र किया. बयान के बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बीच ट्वीटर वॉर छिड़ गया, तो JDU, RJD और बीजेपी नेताओं में भी बयानबाजी शुरू हो गई. दरअसल, सदन में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए दरभंगा एम्स का भी जिक्र किया था. जिसके बाद से ही बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई. पीएम के बयान के बाद प्रदेश में बयानबाजी शुरू हो गई और सत्ता पक्ष और विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने हो गया. 

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तेजस्वी ने मांगा जवाब

इस बीच बिहार के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर दरभंगा एम्स को लेकर सवाल पूछा. डिप्टी सीएम ने लिखा- जून महीने में हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर वार्ता कर इसकी स्वीकृति देकर निर्माण कराने का आग्रह किया और आशान्वित होकर चिट्टी भी लिखा, लेकिन आजतक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है.

डिप्टी सीएम के इस चिट्ठी का जवाब केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर लिखा कि प्रिय तेजस्वी जी, मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है. 
हमारी नीयत साफ़ है.एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली ज़मीन दी.

तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा कि आज प्रधानमंत्री जी दरभंगा में AIIMS खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे. वस्तुस्थिति ये है कि #बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ ज़मीन केंद्र को इसकी स्थापना के लिए दिया है और साथ ही 250 करोड़ से अधिक मिट्टी भराई के लिए आवंटित किया, लेकिन दुर्भाग्यवश राजनीति करते हुए केंद्र ने प्रस्तावित AIIMS के निर्माण को स्वीकृति नहीं दी. प्रधानमंत्री से देश कम से कम सत्य और तथ्य की अपेक्षा करता है लेकिन उन्होंने सफ़ेद झूठ बोला.

JDU-RJD और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू

अब इस ट्वीटर वॉर के बीच JDU-RJD और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जहां सत्ता पक्ष दरभंगा में एम्स ना बनने को लेकर केंद्र पर हमलावर हो रही है, तो वहीं बीजेपी इसका ठीकरा सरकार पर फोड़ रही है. दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है. कभी जमीन को लेकर तो कभी जगह को लेकर कहीं ना कहीं पेंच फंस जाता है, लेकिन जब बात सियासत की होती है तो इसपर सियायी रोटियां सेंकने में ना तो बीजेपी पीछे होती है और ना ही RJD या JDU. देखना ये होगा कि इस सियासत के बीच जनता को एम्स का लाभ कब तक मिल पाता है.