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बीजेपी पर बरसे तेजस्वी यादव, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिया यह बयान

राष्ट्रीय जनता पार्टी ने गुरुवार को बिहार बंद से खुद को अलग रखा, क्योंकि आरजेडी ने 21 दिसंबर को बिहार में बंद का आह्वान किया है.

Updated on: 20 Dec 2019, 09:38 AM

पटना:

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीसीए) के खिलाफ गुरुवार को वामदलों के आह्वान पर एकदिवसीय बिहार बंद का मिलाजुला असर दिखाई दिया. इस बंद को जन अधिकार पार्टी के अलावा महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, रालोसपा, वीआईपी और हम ने समर्थन दिया था. मगर राष्ट्रीय जनता पार्टी (आरजेडी) ने गुरुवार को बिहार बंद से खुद को अलग रखा, क्योंकि आरजेडी ने 21 दिसंबर को बिहार में बंद का आह्वान किया है.

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नागरिकता संशोधन अधिनियम के मुद्दे पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने अधिनियम को असंवैधानिक और मानवता के खिलाफ बताया है. उन्होंने कहा कि इस कानून ने भारतीय जनता पार्टी के विभाजनकारी चरित्र को उजागर किया है. इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा कि हमने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ 21 दिसंबर को बिहार में बंद का आह्वान किया है.

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीसीए) के खिलाफ गुरुवार को वामदलों के बंद का बिहार के कई जिलों में व्यापक असर देखा गया. जगह-जगह लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. कई जगहों पर ट्रेनों को रोका गया. कई स्थानों पर सड़कें जाम कर दी गईं. राजधानी पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत दरभंगा के लहेरियासराय, सहरसा, खगड़िया, आरा में ट्रेनें रोकी गई. आरा में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया, जिससे पटना-आरा मार्ग पर आवगमन ठप हो गया. इसके अलावा पटना, भागलपुर, पूर्णिया सहित कई इलाकों में लोग सड़कों पर उतरे. पटना में बंद समर्थकों ने एक एंबुलेंस को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और उसमें आग लगाने की कोशिश की गई.

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हाजीपुर, पूर्णिया में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और कई क्षेत्रों में सड़कें जाम की. इस बीच बंद के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. कैमूर, मधेपुरा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, रोहतास में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और उन्होंने सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया. सहरसा में सुबह खुल रही सहरसा-समस्तीपुर ट्रेन को बंद समर्थकों ने आधा घंटे से अधिक समय तक रोके रखा. दरभंगा के लहेरियासराय स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने कमला-गंगा इंटरसिटी एक्सप्रेस को रोक लिया। हाजीपुर में भी ट्रेन रोकी गई. बिहार बंद के दौरान बंद समर्थकों द्वारा जमकर बवाल काटा गया और उत्पात मचाया गया. बंद समर्थकों ने पटना तथा आरा में कई इलाकों में जाकर न केवल दुकानों को जबरन बंद कराया, बल्कि कई वाहनों को भी अपना निशाना बनाया. पटना में कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए. खगड़िया में दुकानदारों और बंद समर्थकों के बीच झड़प हुई तो उग्र प्रदर्शनकारियों को पूर्णिया में रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.