ईट भट्टा चिमनी में मजदूर बनाए गए थे बंधक, मुक्त कराने का सिलसिला शुरू
पूर्वी चंपारण जिला में संचालित ईंट भट्ठा चिमनी पर काम के लिए आने वाले दूसरे प्रदेशों के प्रवासी मजदूरों को मुक्त कराने का सिलसिला जारी है.
Motihari:
पूर्वी चंपारण जिला में संचालित ईंट भट्ठा चिमनी पर काम के लिए आने वाले दूसरे प्रदेशों के प्रवासी मजदूरों को मुक्त कराने का सिलसिला जारी है. पहाड़पुर के एक ईंट भट्ठा चिमनी पर मजदूरों को बंधक बना लिया गया था, जिसकी जानकारी मिलने पर जिला श्रम अधीक्षक ने कार्रवाई की है और 50 मजदूरों को मुक्त कराया है. मुक्त कराये गए सभी मजदूरों का बकाया भुगतान कराकर उन्हें अपने घर भेज दिया है. मुक्त कराए गए किसी भी मजदूर के पास वैद्य कागज नहीं था और सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. श्रम अधीक्षक सत्यप्रकाश को सूचना मिली थी कि पहाड़पुर थाना क्षेत्र के बॉस ईट भट्ठा चिमनी में कुछ मजदूरों को बंधक बना कर उनसे जबरन काम कराया जा रहा है.
सूचना मिलने के बाद श्रम अधीक्षक ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से ईंट भट्ठा चिमनी पर छापेमारी की. चिमनी से 50 मजदूरों मुक्त कराया गया, जिसमें मजदूरों के बच्चे भी शामिल हैं. मुक्त कराये गए सभी मजदूर यूपी के रहने वाले हैं और ठेकेदार के माध्यम से बॉस ईट भट्ठा चिमनी पर मजदूरी करने चार रोज पहले आए थे. मजदूरों ने बताया कि चिमनी पर पहुंचने के बाद ठेकेदार ने इन्हें कुछ पैसा दिया था. जब पैसा खत्म हो गया, तो मजदूरों ने ठेकेदार के पास फोन करना शुरू किया लेकिन उसने मजदूरों का फोन उठाना छोड़ दिया.
हालांकि ईट भट्ठा मालिक ने मजदूरों को भोजन के लिए पैसा दिया, जो उनलोगों के लिए कम था. जिसकी सूचना मजदूरों ने अरेराज एसडीओ को दी. अरेराज एसडीओ ने श्रम अधीक्षक को सारी बातें बतायी. उसके बाद श्रम अधीक्षक ने छापेमारी कर मजदूरों को मुक्त कराया. श्रम अधीक्षक सत्यप्रकाश ने बताया कि सूचना मिलने के बाद छापेमारी करके सभी मजदूरों को मुक्त करा लिया गया हैं. सभी मजदूर ठेकेदार के माध्यम से ईंट भट्ठा पर मजदूरी करने आए थे.
ईट भट्ठा मालिक द्वारा ठेकेदार को पैसा दिया जा चुका था. फिर भी सभी मजदूरों का बकाया भुगतान करा कर उन्हे घर भेज दिया गया है. बता दें कि जिला में एक माह के अंदर यह दूसरी घटना है. जब श्रम अधीक्षक ने ईंट भट्ठा चिमनी पर बंधक बने मजदूरों को मुक्त कराया है. पिछले अक्टूबर महीने में केसरिया में संचालित ईंट भट्ठा चिमनी से मजदूरों को मुक्त कराया गया था. उन मजदूरों को भी ठेकेदार ही यूपी से लाया था. पहाड़पुर में भी ठेकेदार ने ही मजदूर दिया था. मजदूरों का पैसा ठेकेदार ने लिया था.
रिपोर्टर- रंजीत कुमार
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