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प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम नाम पर सियासत, बीजेपी ने कहा - नीतीश कुमार ने भी कई जगहों के बदले हैं नाम

नेहरू म्यूजियम का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी कर दिया गया है. जिसको लेकर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी पर कांग्रेस ने देश के इतिहास को बदलने का आरोप लगा रही है.

Updated on: 17 Jun 2023, 01:15 PM

highlights

  • कांग्रेस सिर्फ अपने नेताओं के नाम को करती है आगे - नवल किशोर यादव 
  • नीतीश कुमार ने भी बदल दिया था बेली रोड का नाम - नवल किशोर यादव 
  • नवल किशोर यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया जवाब 

Patna:

नेहरू म्यूजियम का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी कर दिया गया है. जिसको लेकर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी पर कांग्रेस ने देश के इतिहास को बदलने का आरोप लगा रही है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के बिहार विधान परिषद के सदस्य नवल किशोर यादव ने जवाब देते हुए कहा कि इस में दिक्कत क्या है. सिर्फ नेहरु जी का नाम था और अब प्राइम मिनिस्टर नाम कर दिया गया है. कांग्रेस सिर्फ राहुल गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी तक सिमट कर रह गई है. सिर्फ अपने नेताओं के नाम को आगे करती है और ऐसे में किसी भी तरीके की कोई बुराई उन्हें नजर नहीं आती है.

नीतीश कुमार ने भी बदल दिया था बेली रोड का नाम 

वहीं, बिहार के कई शहरों के नाम बदले जाएंगे इसको लेकर भी उन्होंने कहा कि समय के साथ सब कुछ बदलता है. नीतीश कुमार ने भी बेली रोड का नाम बदलकर नेहरू पथ कर दिया है. दूसरी तरफ जदयू प्रवक्ता हेमराज राम ने पलटवार करते हुए कहा कि नाम बदल देने से अगर गरीबी मिट जाए, शहरों के नाम बदल देने से उस शहर के लोगों को रोजगार मिल जाए तो कोई बात ही नहीं है. सिर्फ नाम बदलने की राजनीति भारतीय जनता पार्टी के लोग करते हैं. वहीं, बिहारशरीफ का नाम बदले जाने वाले बयान को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनेकों योजनाओं को बिहार शरीफ के अंदर शुरू किया है.  

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया जवाब 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को भाजपा का एजेंट बता दिया था और इशारों ही इशारों में जासूसी करने का आरोप लगाया था. इस पर भी प्रतिक्रिया देते हुए नवल किशोर यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपनी नीति और नियत के हिसाब से काम करती है. दूसरे के घर में विरोध हो रहा है तो इसमें हमारी कोई समानता नहीं है. जीतन राम मांझी तो उनके साथ कम समय में रहे सबसे ज्यादा समय तो नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ बिताया है तो क्या भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के तौर पर वह महागठबंधन में काम कर रहे हैं.