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पप्पू यादव को मिला चुनाव चिन्ह, पूर्णिया सीट से 7 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला

पप्पू यादव ने अपने ऑफिशियल अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा कि पूर्णिया के सम्मान में, आपका पप्पू मैदान में अहंकार टूटेगा. पूर्णिया जीतेगा. वहीं, एक और ट्वीट कर लिखा कि पूर्णिया के जनता की आवाज़ नंबर 6 कैंची छाप.

Updated on: 09 Apr 2024, 10:24 AM

highlights

  • पप्पू यादव ने नामांकन नहीं लिया वापस
  • पप्पू यादव को मिला चुनाव चिन्ह
  • पूर्णिया सीट पर 7 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला

Purnia:

कांग्रेस के अल्टीमेटम के बाद भी पूर्व सांसद और पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने यह संकेत दे दिया कि वे नामांकन वापस नहीं लेंगे. दरअसल, पप्पू यादव ने अपने ऑफिशियल अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा कि पूर्णिया के सम्मान में, आपका पप्पू मैदान में अहंकार टूटेगा. पूर्णिया जीतेगा. वहीं, एक और ट्वीट कर लिखा कि पूर्णिया के जनता की आवाज़ नंबर 6 कैंची छाप. इस ट्वीट के जरिए पप्पू यादव ने अपना चुनाव चिन्ह भी बता दिया. बता दें कि 8 अप्रैल को नामांकन वापिस लेने की आखिरी तारीख थी.  बावजूद इसके पप्पू यादव ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पप्पू यादव के नामांकन के बाद उन्होंने चेतावनी दी थी कि वह अपना नामांकन वापस ले लें. जिस पर पप्पू यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अखिलेश जी से मेरे संबंध अच्छे हैं, लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हम पर विश्वास करते हैं. हमें उनका आशीर्वाद मिला है. यह चुनाव मैं नहीं, जनता लड़ रही है. मैं नामांकन वापिस नहीं लूंगा. 

पप्पू यादव ने नामांकन नहीं लिया वापस

बता दें कि पप्पू यादव के नामांकन के बाद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा था कि कांग्रेस आलाकमान किसी को भी यह इजाजत नहीं देता है कि कोई भी पार्टी में होते हुए निर्दलीय नामांकन करें. साथ ही पप्पू यादव को यह सलाह देते हैं कि वह अपना नाम वापस ले लें. पप्पू यादव ने हजारों समर्थकों के साथ पूर्णिया में पर्चा भरा था. जिसके बाद उन्होंने आरजेडी पर जमकर निशाना भी साधा था. महागठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे किए जाने के बाद पूर्णिया सीट से आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती को चुनावी मैदान में उतारा गया है. बीमा भारती ने लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा के बाद ही जेडीयू का साथ छोड़कर आरजेडी का हाथ थामा था. इस दौरान बीमा भारती ने पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर भी कर दी थी. तब से यह कयास लगाए जा रहे थे कि बीमा भारती पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं. उधर, पप्पू यादव भी पूर्णिया से चुनाव लड़ने की दावेदारी लगातार पेश करते आ रहे थे. पप्पू यादव ने भी हाल ही में अपनी पार्टी जाप का विलय कांग्रेस में किया है, लेकिन जब उन्हें पूर्णिया सीट नहीं दी गई तो उन्होंने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.

पूर्णिया सीट पर 7 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला

पप्पू यादव ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह दुनिया छोड़ देंगे, लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे. पप्पू यादव की पूर्णिया में काफी लोकप्रियता है और वह पहले भी इस सीट से सांसद चुने जा चुके हैं. एक बार फिर से वह पूर्णिया से चुनकर सांसद बनने की इच्छा रखते हैं. बता दें कि पूर्णिया में एनडीए और महागठबंधन के अलावा भी 5 अन्य प्रत्याशी मैदान में है, जिनमें से एक पप्पू यादव भी हैं यानि इस लोकसभा सीट पर 7 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा. एनडीए की तरफ से जेडीयू नेता संतोष कुशवाहा, महागठबंधन की तरफ से आरजेडी की बीमा भारती, फॉरवर्ड ब्लाक से किशोर कुमार यादव, बसपा से अरुण दास के अलावा पप्पू यादव, सत्येंद्र यादव और नौमान आलम ने निर्दलीय नामांकन भरा है.