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संवैधानिक तौर पर आरक्षण की मांग को लेकर लोहार युवा मोर्चा ने किया अनशन

संवैधानिक तौर पर आरक्षण की मांग को लेकर लोहार युवा मोर्चा ने कई जगह एक दिवसीय अनशन का आयोजन किया.

Updated on: 25 Feb 2023, 08:16 PM

highlights

  • लोहार युवा मोर्चा ने किया एक दिवसीय अनशन का आयोजन
  • 40 लाख लोहार जातिगत वोट का करेंगे बहिष्कार
  • लोहार जाति के नेताओं ने मांगा संवैधानिक हक

Hajipur:

संवैधानिक तौर पर आरक्षण की मांग को लेकर लोहार युवा मोर्चा ने कई जगह एक दिवसीय अनशन का आयोजन किया. लोहार जाति के नेताओं का कहना है कि संवैधानिक हक उन्हें चाहिए, जिसमें कोई भी राजनीतिक पार्टी साथ नहीं दे रही है. बिहार के वैशाली जिले में कई जगहों पर लोहार युवा मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय अनशन का आयोजन किया. अनशन में बैठे नेताओं मैं सरकार से संवैधानिक आरक्षण की मांग की. इसके लिए जिले के हाजीपुर प्रखंड और गोरौल प्रखंड सहित अन्य जगहों पर बड़ी संख्या में बिहार अनुसूचित जनजाति लोहार के युवा मोर्चा ने अनशन का कार्यक्रम आयोजित किया था. एक दिवसीय अनशन के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जहां गौरौल में राजगीर ठाकुर ने की.

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40 लाख लोहार जातिगत वोट का करेंगे बहिष्कार

वहीं हाजीपुर के गांधी चौक पर आयोजित अनशन कार्यक्रम की अध्यक्षता मछु ठाकुर ने किया. जिसमें लोहार जाति के आरक्षण सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई. अनशन के दौरान आरक्षण नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाया गया. बताया गया कि सभी राजनीतिक पार्टियों के 40 लाख लोहार जाति को ठगने का काम किया है. अगर लोहार जाति को संवैधानिक आरक्षण का अधिकार नहीं मिला, तो 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार के 40 लाख लोहार जातिगत वोट का बहिष्कार करेंगे. 

लोहार युवा मोर्चा ने किया एक दिवसीय अनशन का आयोजन

इसके तहत वैशाली जिले के 16 प्रखंड कार्यालय परिसर में बिहार अनुसूचित जाति जनजाति युवा मोर्चा वैशाली द्वारा अनशन कार्यक्रम किया गया. जिसमें जानकारी दी गई कि सभी राजनीतिक पार्टियां लोहार जाति को ठगने का काम करती हैं. 35 वर्षों से आरक्षण प्रलोभन देकर तरह-तरह के सभा और रैली भी करवाया गया. लोहार जाति की ओर से अपनी समस्याओं को कई बार उठाया भी गया, लेकिन राजद, बीजेपी, जदयू, लोजपा, कांग्रेस, कम्युनिस्ट, भाकपा व माले सहित अन्य पार्टियों ने समर्थन नहीं किया. 

भारत सरकार के गजट 1950, 1956 व 1976 में लोहार जाति अनुसूचित जाति की सूची में है और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी का अनुशंसा किया हुआ है. इसके बावजूद भी आज लोहार आरक्षण से वंचित है, लेकिन उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ राजस्थान झारखंड में अन्य जातियों को अनुसूचित जाति में जोड़ा गया है और सकारात्मक सुधार भी किए गए हैं. लोहार जाति को वंचित किया गया है. इसलिए लोहार जाति 2024 लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.