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लड़का-लड़की की फेसबुक की दोस्ती मोहब्बत में बदली, जानें फिर क्या हुआ

इस फेसबुकिया प्यार के दोनों पात्र खुश हैं तथा अब दोनों प्रेमी जोड़े के परिवार ने भी इस शादी को स्वीकृति देकर इनकी खुशी में चार चांद लगा दिया है.

Updated on: 21 Oct 2019, 04:05 PM

Patna:

सच कहते हैं प्यार की कोई जात या उम्र नहीं होती. ऐसा ही एक मामला बेगूसराय में सामने आया है जहां फेसबुक के माध्यम से उपजे इस प्यार की कहानी में दो राज्य की सीमाएं भी छोटी पड़ गई और प्रेमी जोड़े ने भागकर न सिर्फ शादी रचाई. बल्कि इसे अंजाम तक पहुंचाया है. इस फेसबुकिया प्यार के दोनों पात्र खुश हैं तथा अब दोनों प्रेमी जोड़े के परिवार ने भी इस शादी को स्वीकृति देकर इनकी खुशी में चार चांद लगा दिया है.

क्या है पूरा मामला

फेसबुक में एक बार फिर 2 राज्यों की सीमाओं को छोटा साबित किया है. दरअसल बंगाल के नादिया जिले के नवादीप थाना क्षेत्र के कुटिरपारा की रहने वाली मौसमी दास को बिहार के बेगूसराय जिले के लाखो थाना क्षेत्र के भगवानपुर बहदरपुर के रहने वाले चमरू शाह के पुत्र तालकेश्वर कुमार से फेसबुक के माध्यम से पहले दोस्ती हुई फिर दोस्ती धीरे-धीरे चैटिंग और प्यार में बदल गया और उसके बाद दोनों प्रेमी जोड़े ने इस प्यार को अंतिम अंजाम तक पहुंचाने की ठान ली तथा दोनों घर से फरार हो गए.

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इसके बाद तालकेश्वर कुमार भागकर अपनी प्रेमिका मौसमी सहित बेगूसराय आ गए और उन्होंने गढ़पुरा थाना क्षेत्र के हरी गिरी धाम में शादी की. फिर इसे कानूनी रूप देने के लिए मुंगेर कोर्ट में विधिवत विवाह किया. तालकेश्वर कुमार के अनुसार प्यार एक ऐसी चीज है जो कभी भी, कहीं भी और किसी से भी हो सकती है.

दरअसल मौसमी कुमारी बीए पार्ट 2 की छात्रा थी और कॉलेज जाने के बहाने घर से निकली थी. लेकिन जब शाम तक मौसमी कुमारी अपने घर वापस नहीं आई तो परिजनों को इसकी फिक्र सताने लगी. फिर उन्होंने बंगाल स्थित स्थानीय थाना में मौसमी के लापता होने का मामला दर्ज करवाया. इसके बाद पुलिस भी हरकत में आई और मोबाइल सर्विलांस के सहारे मौसमी की खोजबीन शुरू हुई फिर बाद में पुलिस भी सारे मामलों के तार को जोड़ते हुए इस मामले के अंजाम तक पहुंच गई और बेगूसराय पहुंच गई. लेकिन यहां आकर जब मौसमी के परिजनों ने अपनी पुत्री को परिणय सूत्र में बंधा देखा तो उन्होंने भी राहत की सांस ली तथा लड़के के परिजनों के द्वारा जब मौसमी के प्रति कुशल व्यवहार की बातें सामने आईं तो मौसमी के परिजनों ने भी राहत की सांस ली और अब दोनों परिवार ने खुशी-खुशी इस रिश्ते को मंजूर कर लिया.

वही मौसमी भी अब अपने प्यार को पाकर फूली नहीं समा रहीं तथा साथ जीने मरने की कसमों के सहारे फेसबुक तथा अपने परिजनों को भी धन्यवाद दे रहीं हैं. निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि फेसबुक आज सिर्फ लोगों के मनोरंजन का ही साधन नहीं रह गया बल्कि अब फेसबुक के सहारे लोग अपने प्यार को पाने में भी सफल हो रहे हैं .आज मौसमी और तालकेश्वर का सफल प्यार इस बात का जीता जागता उदाहरण है.