logo-image

छपरा की मेयर राखी गुप्ता बर्खास्त, 3 बच्चे बने कारण, हलफनामा में दी थी गलत जानकारी

राखी गुप्ता ने अपने नामांकन के समय दायर किए गए हलफनामें में गलत जानकारी दी थी. हलफनामें में राखी ने अपने दो बच्चों का जिक्र किया था लेकिन कागजातों के अनुसार उनके तीन बच्चे हैं. राखी गुप्ता को छपरा नगर निगम से मेयर पद के चुनाव में जीत मिली थी.

Updated on: 27 Jul 2023, 09:42 PM

highlights

  • छपरा की मेयर राखी गुप्ता बर्खास्त
  • राज्य चुनाव आयोग ने किया बर्खास्त
  • नामांकन के दौरान दिया था गलत हलफनामा
  • बच्चों को लेकर दी थी हलफनामें में गलत जानकारी

Chhapra:

छपरा की मेयर राखी गुप्ता को राज्य निर्वाचन आयोग ने गलत हलफनामा दाखिल करने के मामले में दोषी पाया और उन्हें बर्खास्त कर दिया है. दरअसल, राखी गुप्ता ने अपने हलफनामें में खुद के दो बच्चे होने की जानकारी दी थी जोकि गलत है. उनके तीन बच्चे हैं. विपक्षी ने उनकी शिकायत की और राज्य निर्वाचन आयोग ने दोनों पक्षों की सभी दलीलों को सुनने के बाद आज राखी गुप्ता को गलत हलफनामा दाखिल करने के दोषी मानते हुए मेयर पद से बर्खास्त कर दिया है. बता दें कि राखी गुप्ता ने पहली बार मेयर पद का चुनाव लड़ा था और पहले ही प्रयास में जीत हासिल की थी. वहीं, राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा खुद को बर्खास्त किए जाने पर राखी गुप्ता ने कहा कि मामला हाईकोर्ट में था लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है. मुझे हाईकोर्ट पर पूरा भरोसा है. मेरे साथ कोर्ट न्याया करेगा.

ये भी पढ़ें-कटिहार गोलीकांड: गिरिराज सिंह ने CM नीतीश पर बोला हमला, कहा-'धृतराष्ट्र बन गए हैं...'

तीन बच्चे बने बर्खास्तगी के कारण

दरअसल, राखी गुप्ता ने अपने नामांकन के समय दायर किए गए हलफनामें में गलत जानकारी दी थी. हलफनामें में राखी ने अपने दो बच्चों का जिक्र किया था लेकिन कागजातों के अनुसार उनके तीन बच्चे हैं. राखी गुप्ता को छपरा नगर निगम से मेयर पद के चुनाव में जीत मिली थी. छपरा की पूर्व मेयर सुनीता गुप्ता ने राज्य चुनाव आयोग से राखी द्वारा दाखिल किए गए गलत हलफनामें की शिकायत की थी और उनके निर्वाचन को भी रद्द करने की मांग की थी. दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आज यानि गुरुवार को राखी गुप्ता को आयोग्य घोषित करते हुए उन्हें मेयर पद से बर्खास्त कर दिया है.

बताते चलें कि मेयर चुनाव में जीत के बाद राखी गुप्ता पहली बार सुर्खियों में आई थीं. उन्होंने पहली बार राजनीति में कदम रखा और पहली ही बार में मेयर जैसे बड़े पद के लिए उन्हें जीत मिल गई थी. राखी ने पहली बार राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई थी और पहली बार में ही उन्हें जीत मिल गई थी.