logo-image

Chapra News: तालाब में पलटी बेकाबू स्कूल बस, सवार थे 10 बच्चे, जानिए फिर क्या हुआ

बिहार के छपरा में बड़ा हादसा टल गया है. यहां बेकाबू स्कूल बस तालाब में पलटी है. हादसे के दौरान बस में 10 बच्चे सवार थे. हादसा होते ही ड्राइवर मौके पर बच्चों को छोड़कर भाग गया. तभी स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने बच्चों को बस से बाहर निकाला.

Updated on: 02 May 2023, 01:37 PM

highlights

  • छपरा में टला बड़ा हादसा
  • तालाब में पलटी बेकाबू स्कूल बस
  • हादसे के दौरान बस में सवार थे 10 बच्चे
  • मौके पर बच्चों को छोड़कर भागा ड्राइवर
  • स्थानीय लोगों ने बच्चों को बस से निकाला
  • बनियापुर के मरीचा गांव की घटना

Chapara:

बिहार के छपरा में बड़ा हादसा टल गया है. यहां बेकाबू स्कूल बस तालाब में पलटी है. हादसे के दौरान बस में 10 बच्चे सवार थे. हादसा होते ही ड्राइवर मौके पर बच्चों को छोड़कर भाग गया. तभी स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने बच्चों को बस से बाहर निकाला. देखते ही देखते मौके पर भारी संख्या में भीड़ जुट गई. इस दौरान कई बच्चों के घायल होने की भी खबर है. घटना बनियापुर के मरीचा गांव की है. मिली जानकारी के अनुसार इसुआपुर के एक निजी विद्यालय निराला पब्लिक स्कूल की बस बच्चों को लेने जा रही थी, और उसमें 10 बच्चे सवार भी थे. तभी मरीचा गांव के पास बस बेकाबू होकर तालाब में जाकर पलट गई.

इस दौरान कुछ बच्चों को थोड़ी बहुत चोट आयी है. बताया जाता है कि स्कूल बस बच्चों को लेने के लिए सुबह ही निकली थी. इसी दौरान मरीचा गांव के पास सड़क किनारे मौजूद तालाब में बस जाकर पलट गई. इसके बाद बस चालक बस छोड़ फरार हो गया. इस घटना के बाद सभी बच्चों को बनियापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. घटना की सूचना मिलते ही स्कूल प्रशासन और बच्चों के परिजन भी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और बच्चों को संभाला. बताया जा रहा है कि बस जिस तलाब में गिरी वो करीब 15 फीट गहरा है. स्कूल प्रशासन ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहा है. 

यह भी पढ़ें : Good News: बिहार में शिक्षकों के लिए खुशखबरी, 1 लाख 78 हजार पदों को मिली मंजूरी

फिलहाल डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार सभी बच्चे सुरक्षित हैं. प्रशासन भी मामले की जांच में जुट गया है. लोगों को कहना है कि ये हादसा उस वक्त हुआ जब स्कूल बस बच्चों को लेने जा रही थी इसलिए बच्चों की संख्या कम थी. अगर ऐसा हादसा बच्चों को छोड़ने के दौरान हुआ होता तो उस दौरान बच्चों की संख्या ज्यादा होती, तब बड़ा हादसा हो सकता था.