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जंतर-मंतर पर मांझी करेंगे - नीतीश कुमार स्वाहा...नीतीश कुमार स्वाहा!

एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 5 दिसंबर को दिल्ली के जंतर मंतर में नीतीश कुमार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे. बता दें कि इस धरने के दौरान वे हवन भी करेंगे.

Updated on: 02 Dec 2023, 02:10 PM

highlights

  • मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का 'हवन' प्रदर्शन 
  • जंतर-मंतर पर करेंगे - नीतीश कुमार स्वाहा...
  • मुख्यमंत्री से आहत आहत दलितों का लेंगे बदला 

 

Patna:

Bihar Politics News: एक तरफ जहां बिहार की राजनीति दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 5 दिसंबर को दिल्ली के जंतर मंतर में नीतीश कुमार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे. बता दें कि इस धरने के दौरान वे हवन भी करेंगे, जिसमें ''नीतीश कुमार स्वाहा.... नीतीश कुमार स्वाहा... नीतीश कुमार स्वाहा....'' किया जाएगा. वहीं सीएम नीतीश पर दलितों का अपमान करने और उन्हें उनके अधिकार से वंचित करने का आरोप लगाते हुए मांझी ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है.

साथ ही इस विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि, ''पटना में जदयू ने भीम संसद बुलाया, लेकिन इसमें दलित समुदाय से आने वाले मंत्री रत्नेश सादा का अपमान किया गया. इसी तरह पूरे बिहार में शराबबंदी के नाम पर दलितों को परेशान किया जा रहा है. आज शराबबंदी के कारण लाखों दलित लोग जेल जा चुके हैं. उनका शोषण किया जा रहा है.'' आगे मांझी ने नीतीश कुमार के दलित प्रेम को छलावा बताया और दलित बहाली में खाली पड़े पदों को भरने की मांग भी की.

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साथ ही आगे मांझी ने ये भी कहा कि, ''सीएम कहते हैं कि हम गौण जाति और भीम संसद के समर्थन में हैं, इसका जवाब देने के लिए हम कहते हैं कि नीतीश कुमार जी अनुसूचित जाति के समर्थन में नहीं हैं.'' वहीं आगे कहा कि, ''नीतीश कुमार के अच्छे काम को देखते हुए हम दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देंगे और हवन भी करेंगे और नीतीश कुमार स्वाहा कहेंगे और 24 दिसंबर को पटना के मिलर ग्राउंड में दलितों के लिए सभा करेंगे.'' 

इसके साथ ही आपको बता दें कि मांझी ने यहां तक ​​कहा कि, ''जब बिहार में उनकी सरकार बनेगी तो शराबबंदी को बदल दिया जाएगा. यहां भी इसे गुजरात की तर्ज पर लागू किया जाएगा या इसमें बदलाव किया जाएगा, ताकि लोग शराब पीने के नाम पर जेल न जाएं. बिहार में 4 लाख लोग शराब पीने के आरोप में जेल गए, जिनमें से 80 फीसदी दलित समुदाय के लोग हैं.'' वहीं आपको बता दें कि दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सांसदों की ओर से दलितों का महासम्मेलन बुलाया गया था. अब उनसे मुकाबले के लिए जीतन राम मांझी भी 24 दिसंबर को पटना के मिलर ग्राउंड में दलितों का महासम्मेलन बुला रहे हैं, जिसमें नीतीश कुमार का दलित विरोधी चेहरा बेनकाब किया जाएगा.