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Ajay Nishad Join Congress: अजय निषाद का बीजेपी से इस्तीफा, कांग्रेस में हुए शामिल

बिहार के सियासी माहौल में इस वक्त एक नया मोड़ आ गया है, जब मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद अजय निषाद ने पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को इसकी जानकारी दी.

Updated on: 02 Apr 2024, 01:47 PM

highlights

  • अजय निषाद का बीजेपी से इस्तीफा
  • निषाद ने ज्वाइन किया कांग्रेस
  • इस्तीफे के बाद पार्टी पर लगाया गंभीर आरोप

Patna:

Ajay Nishad Resigns: बिहार के सियासी माहौल में इस वक्त एक नया मोड़ आ गया है, जब मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद अजय निषाद ने पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को इसकी जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का भी ऐलान किया है. निषाद ने अपने इस कदम का समर्थन कुछ कारणों के आधार पर किया है, जिनमें से एक है उनके टिकट के छल का आरोप. वहीं आपको बता दें कि, अजय निषाद ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर किए गए अपने पोस्ट में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को टैग किया है और अपनी बात बताने की कोशिश की है. बता दें कि अजय निषाद ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि, ''आदरणीय जेपी नड्डा जी, @BJP4India के द्वारा छल किए जाने से छुब्ध होकर मैं पार्टी के सभी पद के साथ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.''

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इस्तीफे की घोषणा के बाद कांग्रेस में हुए शामिल

आपको बता दें कि अजय निषाद के इस्तीफे के बाद, कांग्रेस में उनकी शामिलता से नई राजनीतिक गतिशीलता का संकेत मिला. वहीं उन्होंने एक्स हैंडल से अपने नाम के बाद 'मोदी का परिवार' भी हटा दिया था. इसके साथ ही उन्होंने अपने इस नए कदम का एलान करते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह से मिलकर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया.

इसके साथ ही आपको बता दें कि कांग्रेस के मुख्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन खेड़ा ने अजय निषाद के साथ मजेदार ढंग से उनकी प्रशंसा और उनके पूर्वज की विशेषज्ञता का जिक्र किया. अब जब अजय निषाद को कांग्रेस में समर्थन मिला है, बता दें कि इस बार बीजेपी ने मुजफ्फरपुर से अजय निषाद का टिकट काट दिया है. यही वजह है कि वह नाराज चल रहे थे. अब ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के टिकट पर वह मुजफ्फरपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं.

बहरहाल, यह घटना बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण बन गई है और इसके लिए भाजपा को अपनी चुनावी रणनीति का पुनर्मूल्यांकन करना पड़ सकता है. वहीं, कांग्रेस के लिए यह एक गंभीर दौरा है जो उन्हें बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका दे सकता है. बता दें कि निषाद के इस सियासी कदम के बाद मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट पर चुनावी मैदान की नजारे और दिशा में बदलाव देखने को मिल सकता है.